भारत की प्रमुख जनजातियाँ
राज्य
प्रमुख जनजातियाँ
जम्मू कश्मीर-
बक्करवाल, गद्दी, गुज्जर
हिमाचल प्रदेश
गड्डी, लाहौली, कनोरा, गुज्जर
उत्तराखंड
थारू, खासी, कोय, मारा, निति, भोटिया
उत्तर प्रदेश
कोल, खरवार, थारू
मध्य प्रदेश
गोंड, भील, कोल, लमबाडी, बंजारा, मुरिया, अबुझामाड़िया
छत्तीसगढ़
मुरिया, कमार, कोरबा, मारिया, गोंड, अबुझामाड़िया, पहाड़ी कोरबा
ओडीसा
संथाल, हो, कोल, ओराँव, जुआंग, खरिया, भुइया, चेंचू, सोंड
झारखंड
संथाल, ओराँव, मुण्डा, बिरहोर, हो, कोरबा, असुर, भूइया, सौरिया
बिहार
संथाल, थारू
पं. बंगाल
लेपचा, लोघा, भूमिज, संथाल
सिक्किम
लेप्चा
असम
राभा, दिमारा, कोछारी वोडो, अबोर, आवो, मिकिर, नागा, लुसाई
मेघालय
गारो, खासी, जयंतिया, मिकिर
अरूणाचल प्रदेश
मोंपा, मेजी, अपातानी, डबला, मिश्मी, सुलुंग, मिनयोंग
मिजोरम
चकमा, मिजो, लुशाई, कुकी, लाखर, पावो
नागालैंड
नागा, अंगामी, मिकिर
मणिपुर
नागा, अंगामी, कुकी, मैठी/मैटी
त्रिपुरा
रियांग, त्रिपुरी
आंध्र प्रदेश
चेंचुस, गदवा, गोंड, कौढ़स
तमिलनाडु
बडागा, टोडकोटा, टोडा, कोटा
केरल
मोपला, उराली, ईरूला, पनियान
महाराष्ट्र
बारली, बंजारा, कोली, चितपावन, गोंड, अबुझामड़िया
राजस्थान
सहारिया, सांसी, मीणा, भील, गरसिया, बंजार, कोली
गुजरात
भील, पटेलिया, कोली, वदाली, डाफर, टोडिया, बंजारा, गोंड
लक्षद्वीप
वासी
अंडमान
एवं निकोबार
औजें, जारवा, जरना, सेंटलीज, अंडमानी, निकोबारी, शोमपेन
राज्य |
प्रमुख जनजातियाँ |
जम्मू कश्मीर- |
बक्करवाल, गद्दी, गुज्जर |
हिमाचल प्रदेश |
गड्डी, लाहौली, कनोरा, गुज्जर |
उत्तराखंड |
थारू, खासी, कोय, मारा, निति, भोटिया |
उत्तर प्रदेश |
कोल, खरवार, थारू |
मध्य प्रदेश |
गोंड, भील, कोल, लमबाडी, बंजारा, मुरिया, अबुझामाड़िया |
छत्तीसगढ़ |
मुरिया, कमार, कोरबा, मारिया, गोंड, अबुझामाड़िया, पहाड़ी कोरबा |
ओडीसा |
संथाल, हो, कोल, ओराँव, जुआंग, खरिया, भुइया, चेंचू, सोंड |
झारखंड |
संथाल, ओराँव, मुण्डा, बिरहोर, हो, कोरबा, असुर, भूइया, सौरिया |
बिहार |
संथाल, थारू |
पं. बंगाल |
लेपचा, लोघा, भूमिज, संथाल |
सिक्किम |
लेप्चा |
असम |
राभा, दिमारा, कोछारी वोडो, अबोर, आवो, मिकिर, नागा, लुसाई |
मेघालय |
गारो, खासी, जयंतिया, मिकिर |
अरूणाचल प्रदेश |
मोंपा, मेजी, अपातानी, डबला, मिश्मी, सुलुंग, मिनयोंग |
मिजोरम |
चकमा, मिजो, लुशाई, कुकी, लाखर, पावो |
नागालैंड |
नागा, अंगामी, मिकिर |
मणिपुर |
नागा, अंगामी, कुकी, मैठी/मैटी |
त्रिपुरा |
रियांग, त्रिपुरी |
आंध्र प्रदेश |
चेंचुस, गदवा, गोंड, कौढ़स |
तमिलनाडु |
बडागा, टोडकोटा, टोडा, कोटा |
केरल |
मोपला, उराली, ईरूला, पनियान |
महाराष्ट्र |
बारली, बंजारा, कोली, चितपावन, गोंड, अबुझामड़िया |
राजस्थान |
सहारिया, सांसी, मीणा, भील, गरसिया, बंजार, कोली |
गुजरात |
भील, पटेलिया, कोली, वदाली, डाफर, टोडिया, बंजारा, गोंड |
लक्षद्वीप |
वासी |
अंडमान
एवं निकोबार |
औजें, जारवा, जरना, सेंटलीज, अंडमानी, निकोबारी, शोमपेन |
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 366 (25) के अनुसार जनजाति से तात्पर्य उन जनजातीय समुदायों के अंशों या समूहों से है जो संविधान के अनुच्छेद 342 के तहत अनुसूचित जनजातियों के रूप में माने गये है।
संविधान के 89 वाँ संशोधन के द्वारा एक राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की स्थापना का प्रावधान किया गया। (अनुच्छेद 338-क)
भारत के संविधान में अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा प्राप्त करने वाले समुदायों को कुछ संरक्षण प्रदान किये जाते हैं।
जनजातीय विकास विभाग, भारत सरकार के अनुसार भारत में जनजातीय समुदायों की संख्या 550 है।
मध्य प्रदेश सबसे अधिक जनजातीय जनसंख्या वाला राज्य है। सबसे अधिक जनजातीय जनसंख्या प्रतिशत वाला राज्य मिजोरम(94.4%) है।
2011 की जनगणना के अनुसार अनुसूचित जनजातियों की कुल जनसंख्या भारत की जनसंख्या का 8.6 प्रतिशत है।
भारत की सर्वाधिक आद्य जनजाति गोंड है, जो भारत की सर्वाधिक बडी जनजाति है।
टोडा जनजाति नीलगिरी की पहाडियों पर निवास करती है।
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