अधातु एवं धातुओं (Metals and Non Metals)
अधातु (Non Metals)
1) प्रकृति में केवल 22 तत्व ऐसे होते हैं जो अधातु हैं, जिनमें 11गैसें , एक द्रव(ब्रोमीन) तथा 10 ठोस अवस्था में हैं।
2) अधातुओं के गुणों को दो वर्गों में बाँटा जा सकता है- 1) भौतिक गुण 2) रासायनिक गण
अधातुओं के भौतिक गुण (Physical Properties Of Non Metals)
1) अधातुएँ सामान्यतः भंगुर होती हैं तथा इनमें चादरें अथवा तार नहीं बनाये जा सकते हैं।
2) अधातु में कोई चमक नहीं होती है तथा इन पर पाॅलिश नहीं की जा सकती है।
3) अधातुएँ सामान्यतः ऊष्मा एवं विघुात की कुचालक होती है।
4) धातुओं की भाँति अधातुओं में स्वतन्त्र इलेक्ट्राॅन नहीं होते हैं। कार्बन का एक अपरूप ग्रेफाइट इसका अपवाद है जो कि विघुत का अच्छा चालक है।
अधातुओं के रासायनिक गुण (Chemical Properties Of Non Metals)
धातुओं के विपरीत अधातुएँ विघुत ऋणात्मक होती हैं। वे इलेक्ट्राॅनों को आसानी से ग्रहण कर लेती हैं तथा ऋणात्मक आवेशयुक्त आयन बनाती हैं।
आँक्सीजन के साथ अभिक्रिया - अधातुएँ आँक्सीजन के साथ सह - संयोग आँक्साइड बनाती हैं , जिनमें से कुछ आँक्साइड जल में घुलने के बाद अम्ल बनाते हैं।
C + O2 → CO2
S + O2 → S02
अधातुएँ हाइड्रोजन के साथ संयोग कर हाइड्राइड बनाती हैं। ये हाइड्राइड इलेक्ट्राॅनों की साझेदारी से बनते हैं,
जैसे - H2S , NH3 , HCI , CH4 आदि।
1) धातुएँ सामान्यतः चमकदार , तथा तन्य होती हैं और इसका घनत्व अधिक होता है।
2) प्रकृति में अधिकांश धातुएँ खनिजों एवं अयस्कों के रूप में मिलती है
3) जिन खनिजों से धातुएँ अधिक मात्रा में प्राप्त की जा सकती हैं उनकों अयस्क (Ore) कहते है, जैसे - ऐल्युमीनियम , लोहा, कैल्सियम , सोडियम , पोटेशियम , मैग्नीशियम , तथा टाइटेनियम इत्यादि।
4) वैसे तत्त्व धातु कहलाते हैं जो इलेक्ट्राॅनों का त्याग कर धनायन प्रदान करते हैं।
धातुओं के भौतिक गुण (Physical Properties of Metals)
1) धातुओं को हथौड़े से पीटकर बहुत पतली चादरों के रूप में ढाला जा सकता है। सोना तथा चाँदी आघातवर्ध्यधातुएँ हैं।
2) सोना एवं चाँदी सर्वाधिक तन्य धातुएँ हैं। एक ग्राम सोने से लगभग 2 किलोमीटर लम्बी तार बनाई जा सकती है।
3) पारा धातु है परन्तु यह द्रव अवस्था में पाया जाता है। यह न तो आघातवर्ध्य है और न ही तन्य है।
4) धातुएँ सामान्यतः ऊष्मा एवं विघुत की सुलाचक होती हैं, उदाहरण कके लिए - सोना , चाँदी , ताँबा। ये ऊष्मा एवं विघुत के सुलाचक होते हैं।
धातुओं के रासायनिक गुण (Chemical Properties of Metals)
धातुएँ विभिन्न प्रकार की धातुओं , जैसे - हाइड्रोजन , क्लोरीन , सल्फर , आँक्सीजन आदि से प्रतिक्रिया कर यौगिकों का निर्माण करती हैं।
एल्यूमिनियम(Aluminium)
1) एल्यूमिनियम मुक्त अवस्था में नहीं पायी जाती यह धातु संयुक्त अवस्था में विभिन्न अयस्कों के रूप में पायी जाती है।
2) एल्यूमिनियम के मुख्य खनिज बाॅक्साइट , ऐभ्रो , फेलस्पार , लापिस , लाजुली , क्रोमोलाइट , ऐलुनाइटा , नीलम आदि हैं।
3) औघोगिक रूप में एल्यूमिनियम बाॅक्साइट से प्राप्त किया जाता है, जिसमें एल्यूमिनिसम आँक्साइड होता है।
4) एल्यूमिनियम का उपयोग घरेलू बर्तन , मोटर एवं वायुयान बनाने में किया जाता है।
5) मिठाई एवं सिगरेट में लपटे पतले पत्तर एल्यूमिनियम के बने होते हैं।
ताँबा (Copper)
1) ताँबा मुक्त व संयक्त दोनों अवस्थाओं में प्राप्त किया जाता है।
2) ताँबे के मुख्य अयस्क - काॅपर पायराइट, काॅपर ग्लास , क्यूप्राइट तथा मैकालाइट हैं।
3) ताँबा गुलाबी -लाल रंग की चमकदार धातु है, जो विघुत की अच्छी सुचालक है।
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