इनपुट डिवाइस(Input Device): इनपुट डिवाइस वे हार्डवेयर डिवाइसेज होती है जिनके प्रयोग से कम्प्यूटर में डेटा इनपुट करने व निर्देशो को प्रदान करने के लिए किया जाता है। अर्थात इनपुट डिवाइसेज की सहायता से डेटा शब्द या निर्देश कम्प्यूटर की मेमोरी में डाले जाते है।
इनपुट डिवाइस के कार्यः-
- ये उपयोगकर्ता(users) के द्वारा दिये जाने वाले डेटा व निर्देशों को ग्रहण करते है।
- इन ग्रहण किये गये डेटा व निर्देशों को कम्प्यूटर द्वारा समझी जाने वाली भाषा (बाइनरी भाषा) में बदलते है, ताकि प्रदान किये गये डेटा व निर्देशों के अनुरूप हमारा कम्प्यूटर कार्य कर सके।
- बाइनरी भाषा में कन्वर्ट किये हुए डेटा व निर्देशों को कम्प्यूटर सिस्टम (सीपीयू) को प्रदान करना प्रोसेसिंग के लिए।
कुछ प्रमुख इनपुट डिवाइसेस निम्नलिखित हैंः
1. Keyboard(कीबोर्ड):
Keyboard एक Input Device है। इसके द्वारा कंप्यूटर को Text या Characters के रूप में Instructions दिया जाता है। Keyboard आकार में आयताकार होता है। इसमें लगभग 108 कुंजी होती है। Keyboard में हर प्रकार की कुंजी होती है। जिससे कंप्यूटर को आसानी के साथ कुछ Type कर सकते हैं। की-बोर्ड का उपयोग विभिन्न प्रकार के कार्य के लिए किया जाता है लेकिन इसे डाटा प्रविष्टि के लिए सबसे अधिक जाना जाता है। की-बोर्ड का उपयोग पत्र, ज्ञापन, रिपोर्ट और वर्ड प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर का उपयोग करने वाले अन्य दस्तावेजों को टंकित करने के लिए किया जाता है।
Keyboard कई प्रकार के होते हैं लेकिन कीबोर्ड में मौजूद Keys के पोजीशन और उनकी संख्या के अनुसार 3 प्रकार के कीबोर्ड मौजूद हैं QWERTY, AZERTY, और DVORAK कीबोर्ड.
सामान्य Keyboard में कुल 104 Keys होती है. तथा इनकी संख्या Keyboard Manufactures और Operating System पर भी निर्भर करती है. इसलिए मोटे तौर पर हम कह सकते है कि एक QWERTY Keyboard में लगभग 100 Keys (±) होती है.
कीबोर्ड में मौजूद प्रत्येक कुंजी का अपना विशेष कार्य होता है. और इसी कार्य के आधार पर इनको निम्न छह श्रेणीयों में बाँटा गया है. जिनका वर्णन इस प्रकार है.
- Function Keys
- Typing Keys
- Control Keys
- Navigation Keys
- Indicator Lights
- Numeric Keypad
2. Mouse(माउस):
इस यंत्र के कई प्रकार हैं जैसे भौतिक, ऑप्टिकल और लेज़र माउस। भौतिक माउस बॉल की गति के सिद्धान्त पर कार्य करता है जबकि ऑप्टिकल और लेज़र माउस प्रकाश सिग्नलों (अर्थात् इनके भीतर कोई यांत्रिक चाल नहीं होती) के आधार पर कार्य करते हैं। Mouse(माउस) एक सबसे पोपुलर Pointer Device है। इसका प्रयोग कंप्यूटर में चित्र, ग्राफिक्स बनाने तथा तथा किसी बटन या मेनू पर क्लिक करने के लिए किया जाता है। Mouse में दो या तीन तरह के बटन होते है।
जिससे Computer को निर्देश दिया जाता है। Mouse की सहायता से बिना किसी की-बोर्ड के भी कंप्यूटर को निर्देश दे सकते हैं। अर्थात Mouse Keyboard का भी कार्य कर सकता है।
3. Joystick-(जॉयस्टिक)
Joystick का प्रयोग अक्सर बच्चो के द्वारा गेम खलने के लिए किया जाता है। यह भी एक Input Device है
और यह आमतौर पर कंप्यूटर को कोण या दिशा का निर्देश देती है।
इसमें एक या एक से अधिक नियंत्रण करने के लिए बटन भी दिए होते हैं। इसका उपयोग बड़े लोग भी करते हैं। क्योंकि इससे गेम खेलने में आसानी होती है और बिना किसी कंप्यूटर के जानकारी के भी कंप्यूटर में गेम खेल सकते हैं।
इसका उपयोग Video Games खेलने,
CAD Design व् Simulator प्रशिक्षण आदि में किया जाता है. जब हम इसे Left में Move
करते हैं तो अंदर से Right की और Move करता है. ऊपर वाला Ball Direction के
लिए किया जाता है और अंदर का Ball, Socket में
Move करता है.
4. Microphone-(माइक्रोफोन)
ध्वनि संवेदी माइक्रोफोन ऐसा यंत्र है जो ध्वनि की पहचान करता है और इसे कम्प्यूटर में भेजता है और फिर ध्वनि, जो एनालॉग प्रकृति की होती है, को डिजिटल फॉर्मेट में बदलता है।
कई प्रकार की निःशक्तताओं(Disabilities) वाले लोग माइक्रोफोन और स्पीच रिकगनीशन(पहचान) के उपयोग से लाभान्वित हो सकते हैं जैसे- जो की-बोर्ड का उपयोग नहीं कर सकते वे टाइपिंग के बजाय बोलकर वर्ड प्रोसेस्ड(शब्द संसाधित) प्रलेख(Document) तैयार कर सकते हैं। यही नहीं अब घर में कई यंत्रों को आवाज द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है।
अपनी आवाज रिकॉर्ड करने का अर्थ है कि हम हमारे प्रस्तुतीकरणों अथवा ई-मेल में भी बोलने वाले संदेश अथवा संगीत जोड़ सकते हैं।
5. BarCode Reader-(बार कोड रीडर)
BarCode Reader एक इनपुट डिवाइस है। इसका उपयोग किसी वस्तु के BarCode को रीड करना है। बार कोड रीडर में लेजर बीम का प्रयोग होता है। जिससे बार कोड रीडर परावर्तित किरणों के द्वारा बार कोड के डेटा को कंप्यूटर में डालता है। आपने देखा होगा वर्तमान में बहुत से Product के ऊपर बार कोड होता है, जिसे हम अपने Bar-Code Reader Machine से Scan कर उसकी सभी जानकारी ले सकते है जो उस बार कोड में छिपा हो। यह वर्तमान में कई सौपिंग स्टोर में बिलिंग के रूप में भी उपयोग में लाया जाता है।
6. वेबकैम (Webcam)
वेबकैम एक प्रकार का कैमरा ही है। जो कंप्यूटर हार्डवेयर के अंतर्गत आता है। यह एक Input Device है। जो चित्र या विडियो को डिजिटल रुप में बनाता है।
इसका उपयोग मुख्य रूप से विडियो रिकॉर्ड करने या लाइव विडियो स्ट्रीमिंग के लिए किया जाता है। इसे Small Capital Digital Camera भी कहा जाता है। यह आपको अपनी फ़ोटो या वीडियो बनाने की सुविधा देता है। वर्तमान में वेबकैम का उपयोग ऑनलाईन पढ़ाई, मीटिंग में बड़े पैमान में लाया जा रहा है।
Webcam एक हार्डवेयर इनपुट टूल होता है। इससे किसी व्यक्ति की इमेज या वीडियो बनाई जा सकती है। इसके सामने आने पर यह कार्य करता है यदि आप लैपटॉप का इस्तेमाल करते है तो आपके लैपटॉप में कैमरा ज़रुर होगा। अधिकतर लैपटॉप में Webcam साथ में लगे हुए आते है।
लेकिन जो डेस्कटॉप कंप्यूटर होता है उसमें किसी प्रकार का कोई कैमरा नहीं होता। उसके लिए हमें अलग से कैमरा खरीदना पड़ता है और उसे डेस्कटॉप कंप्यूटर के उपर लगाना होता है।
7. Light Pen(लाइट पेन)
प्रकाश पेन, पेन जैसा प्रकाश संवेदक यंत्र होता है जो स्क्रीन की ओर निर्देशित एक प्वाइंटिंग यंत्र द्वारा उत्पन्न संकीर्ण विद्युत तरंग पर कार्य करता है। यह कम्प्यूटर टर्मिनल से एक तार द्वारा जुड़ा होता है जो स्क्रीन पर सिग्नलों का पता लगाता है। इनका उपयोग कम्प्यूटर सहायित डिजाइनिंग और चित्रण प्रयोजनों के लिए किया जाता है। यही नहीं प्रकाश पेन की सहायता से इंजीनियर, आर्किटेक्ट अथवा फैशन डिजाइनर सीधे स्क्रीन पर ही डिजाइन बना सकते हैं और उनको संपादित कर सकते हैं यद्यपि रंगों, विभिन्न मोटाई वाली रेखाओं, चित्रों में संशोधित अथवा उन्हें बड़ा करने के लिए चयन हेतु संपादन के दौरान चित्रण की-बोर्ड का उपयोग किया जा सकता है। इसका उपयोग बड़े डिपार्टमेंटल स्टोर्स में उपलब्ध उत्पादों के बारकोड पढ़ने के लिए भी किया जाता है।
8. TRACBALL(ट्रैकबॉल)
ट्रैक बोंल एक Pointing Input Device है। जो माउस (Mouse) की तरह ही कार्य करती है। इसमें एक उभरी हुई गेंद होती है तथा कुछ बटन होते है। मुख्यतः इसका उपयोग चिकित्सा के क्षेत्र में किया जाता है।
9.O.C.R(Optical Character Recognition)
ओ.सी.आर (O.C.R) का उपयोग विशेष प्रकार के चिन्ह, अक्षर, नंबर या चित्र को पढ़ने व समझने में सक्षम होता है।
OCR या Optical Character Recognition, एक तकनीक है जो आपको विभिन्न प्रकार के डयॉक्युमेंटस् को कन्वर्ट करना एनेबल करती है। इस टेक्नोलॉजी से स्कैन किए गए पेपर डयॉक्युमेंटस्, पीडीएफ फाइलें या एक डिजिटल कैमरे से लिए गए इमेजेस को एडिट और सर्च करने योग्य डेटा में कन्वर्ट किया जा सकता हैं।
इस तकनीक का उपयोग विभिन्न प्रकार के पेपर डेटा रिकॉर्ड से डेटा एंट्री के लिए व्यापक रूप से किया जाता है। इसे चालान, पासपोर्ट डयॉक्युमेंट बिज़नेस कार्ड, लेटर्स या प्रिंटआउट को डिजिटाइज़ करने के लिए इस्तेमाल किया जाता हैं।
जब टेक्स्ट को डिजिटाइज़ किया जाता है, तो इसे इलेक्ट्रॉनिक रूप से सर्च और एडिट किया जा सकता है, अधिक कॉम्पैक्टली स्टोर किया जाता है, और ऑनलाइन डिस्प्ले किया जा सकता है।
यह टेक्स्ट-टू-स्पीच, मशीन ट्रांसलेशन और टेक्स्ट माइनिंग जैसे मशीन प्रोसेस में डेटा के उपयोग को एनेबल बनाता है।
10. O.M.R(Optical Mark Reader)
आपने किसी परिक्षा में ओ.एम.आर शीट का नाम सुना ही होगा। किसी परिक्षा में ओ.एम.आर शीट का प्रयोग वैकल्पिक प्रकार के प्रश्न के उत्तर देने के लिए होता है।
ओ.एम.आर का उपयोग इन्हीं ओ.एम.आर शीट को स्कैन कर के जाँचने के लिए किया जाता है। ओ.एम.आर (O.M.R) का पूरा नाम ऑप्टिकल मार्क रीडर (Optical Mark Reader) होता है।
OMR के माध्यम से ओएमआर शीट को स्कैन किया जाता है। ओएमआर शीट को लेजर लाइट के माध्यम से डाटा एंट्री की जाती है।
ओएमआर शीट में जो आपने काले घेरे किए होते हैं वहां से लेजर की मात्रा कम वापस आती है और जहां पर आपने गोले को काला नहीं किया हुआ है, वहां से लेजर की मात्रा ज्यादा वापस आती है।
इस प्रकार ओएमआर स्कैनर आप की ओएमआर शीट का डाटा इनपुट करता है और आपके दिए हुए जवाबो को पहचान लेता है। ओएमआर का इस्तेमाल सिर्फ परीक्षाओं में नहीं होता है बल्कि कई और जगह पर भी ओएमआर का इस्तेमाल डाटा कलेक्शन के लिए किया जाता है।
11. M.I.C.R(Magnetic Ink Character Recognition)
मैग्नेटिक इंक
कैरेक्टर
रिकग्निशन
(Magnetic Ink Character Recognition) यानी वह
जो
कैरेक्टर
लिखे
जाते
हैं
वह
मैग्नेटिक
इंक
से
लिखे
जाते
हैं
जिन्हें
एमआईसीआर
रीडर
डिटेक्ट
कर
लेता
है.
(MICR) एक कैरेक्टर रिकग्निशन (Character Recognition) तकनीक पर आधारित चेक को प्रोसेस करने वाली डिवाइस होती है इसमें एक स्केनर लगा होता है जो कि चेक पर प्रिंटेड मैग्नेटिक इंक कैरेक्टर कोड पढ़ लेता है एमआईसीआर एनकोडिंग को एमआईसीआर लाइन भी कहा जाता है.
यह चेक के निचले हिस्से में होती है बैंकों द्वारा इस MICR CODE का उपयोग चेक पास करने में किया जाता है, MICR CODE के जरिये चेक की सुरक्षा बढ़ जाती है. MICR Code को पढने के लिए MICR Reader का उपयोग किया जाता है.
टच स्क्रीन (Touch Screen) एक Input Device है, इसमें एक प्रकार की Display होती है| जिसकी सहायता से User किसी Pointing Device की वजह अपनी अंगुलियों को स्थित कर स्क्रीन पर मेन्यू या किसी ऑब्जेक्ट का चयन करता है|
किसी User को कंप्यूटर की बहुत अधिक जानकारी न हो तो भी इसे सरलता से प्रयोग किया जा सकता है | टच स्क्रीन (Touch Screen) का प्रयोग आजकल रेलवेस्टेशन, एअरपोर्ट, अस्पताल, शोपिंग मॉल, ए.टी.ऍम. इत्यादि में होने लगा है |
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