माइक्रोसॉफ्ट विंडोज क्या है/What is Microsoft Windows?
Microsoft Windows के संस्करण
अभी तक इसके बहुत सारे संस्करण आ चुके हैं। यहाँ उन सभी के नाम और Releasing Date बताया गया है।
संस्करण का नाम | प्रकाशित |
Windows 1.0 | 20 नवंबर 1985 |
Windows 2.0 | 9 दिसंबर 1987 |
Windows 2.1 | 27 मई 1988 |
Windows 3.0 | 22 मई 1990 |
Windows 3.1 | 6 अप्रैल 1992 |
Windows 3.2 | 22 नवंबर 1993 |
Windows 95 | 24 अगस्त 1995 |
Windows 4.0 | 31 जुलाई 1996 |
Windows 98 | 25 जुन 1998 |
Windows ME | 14 सितंबर 2000 |
Windows 2000 | 17 फरवरी 2000 |
Windows XP | 25 अक्टूबर 2001 |
Windows Vista | 30 जनवरी 2007 |
Windows 7.0 | 22 अक्टूबर 2009 |
Windows 8.0 | 26 अक्टूबर 2012 |
Windows 8.1 | 17 अक्टूबर 2013 |
Windows 10.0 | 29 जुलाई 2015 |
Windows 11.0 | 24 जून 2021 |
Microsoft Windows के लाभ(Advantage of Microsoft Windows in Hindi)
- Microsoft Windows की वजह से कंप्यूटर को हर वर्ग और आयु का व्यक्ति बहुत आसानी से चला सकता है। इसका कारण Microsoft Windows के बहुत सारे फीचर्स हो सकते हैं। किंतु इसका मुख्य कारण GUI का होना है।
- Microsoft Windows की वजह से कमांड याद करना नहीं पड़ता है।
- Microsoft Windows की वजह से कंप्यूटर पर कार्य जल्दी कर सकते हैं। इसका कारण इसमें दिए गए मल्टीटास्किंग और Shortcut Keys है।
- Microsoft Windows को दुसरे ऑपरेटिंग सिस्टम के मुकाबले उपयोग करना सरल है।
- Microsoft Windows दुसरे ऑपरेटिंग सिस्टम के मुकाबले अधिक पॉपुलर है। इसकी वजह से इसके अधिक सॉफ्टवेयर मिल जाते हैं।
Microsoft Windows के नुकसान (Disadvantage of Microsoft Windows in Hindi)
- Microsoft Windows दुसरे ऑपरेटिंग सिस्टम जैसे Linux के मुकाबले कम सुरक्षित है।
- Microsoft Windows में दुसरे ऑपरेटिंग सिस्टम के मुकाबले वायरस आने का डर अधिक होता है।
- Microsoft Windows दुसरे ऑपरेटिंग सिस्टम के मुकाबले हैंग भी अधिक होता है।
- Microsoft Windows का कीमत भी दुसरे ऑपरेटिंग सिस्टम के मुकाबले अधिक होता है।
विंडोज डेस्कटॉप Windows Desktop
जब कम्प्यूटर सिस्टम में बूटिंग की प्रक्रिया सम्पन्न हो जाती है तब जो स्क्रीन हमारे सामने दिखता है वह डेस्कटॉप है। यह सभी कार्यक्रमों (Programs) तथा उन तक पहुँचने के लिए आवश्यक निर्देशों (Commands) की पृष्ठभूमि है। डेस्कटॉप हर ऑपरेटिंग सिस्टम तथा हर संस्करण में बदलता रहता है। डेस्कटॉप के ग्राफिक पृष्ठभूमि को वॉल पेपर कहते हैं। वॉल पेपर को 'कन्ट्रोल पैनल' में डिस्पले प्रोपर्टीज के 'डेस्कटॉप' ऑप्सन में जाकर फोटो या चित्र या विभिन्न पैटर्न में बदला जा सकता है। कम्प्यूटर स्क्रीन पर क्लिक (Blink) करने वाले प्रतिक को कर्सर कहते हैं।
अन्य महत्त्वपूर्ण सुविधा (Feature) जो डेस्कटॉप पर प्राप्त है वो आइकन हैं। यह प्रोग्राम से जुड़ा शार्टकट छोटा चित्र है। इस आइकन पर डबल क्लिक करने पर प्रोग्राम रन (Run) होता है या वह फाइल खुलता है। यूजर अपनी सुविधा के लिए प्रोग्राम का शार्टकट बना कर डेस्कटॉप पर रख सकते हैं तथा तीव्रता से उसे चला सकते हैं। आइकन को क्लिक और ड्रैग एण्ड ड्रॉप के द्वारा डेस्कटॉप पर कहीं भी ले जाया जा सकता है।
डेस्कटॉप पर कुछ महत्वपूर्ण आइकन-
माई कम्प्यूटर (My Computer): यह डेस्कटॉप पर एक महत्वपूर्ण आइकन है जो ड्राइव्स(Drives), प्रिन्टर्स, कंट्रोल पैनल और दूसरे सिस्टम अनुप्रयोग (System application) का उपयोग करने में सक्षम बनाता है। दूसरे सर्पोटिंग अनुप्रयोग, जैसे- 'Add New Hardware', Add/Remove Program', 'Accessibility option' एवं कंट्रोल पैनल के द्वारा की-बोर्ड., प्रिन्टर, मॉडम, मॉनीटर डिस्पले और साउन्ड के सेटिंग में परिवर्तन कर सकते हैं।
रिसाईकल बीन (Recycle Bin): जब हम किसी फाइल तथा फोल्डर को हटाते (Delete) हैं तो यह रिसाईकल बीन में जाता है। वहाँ तब तक रहता है जबतक रिसाईकल बीन को खाली न कर दिया जाये ! यहाँ स्टोर फाइल या फोल्डर को रिस्टोर द्वारा वापस अपने जगह लाया जा सकता है। जब रिसाईकल बीन खाली किया जाता है तो सभी deleted files स्थायी रूप से हट जाती हैं।
माई नेटवर्क प्लेसेज (My Network Places): इसके अन्तर्गत नेटवर्क कनेक्शन दर्शाया जाता है। जो सिस्टम को इंटरनेट से जोड़ना संभव बनाता है। जिससे दूसरे कम्प्यूटर के साथ संचार स्थापित करने तथा दूसरे के संसाधनों का उपयोग कर सकते हैं।
माई डाक्यूमेंट (My Document): यह कम्प्यूटर के हार्ड ड्राइव में एक विशेष फोल्डर है, जिसका उपयोग यूजर अपनी पर्सनल डाक्यूमेंट, संगीत, चित्र, डाउनलोड और दूसरे फाइलों को संग्रहीत करने के लिए करता है।
टास्क बार (Task Bar): डेस्कटॉप के नीचे किनारे पर एक पतली पट्टी जैसा बॉक्स होता है जिसके एक छोर पर स्टार्ट बटन तथा दूसरे छोर पर घड़ी (clock) रहता है। टास्कबार पर घड़ी की तरफ कुछ और छोटे-छोटे आइकन रहते हैं, जिसे त्वरित लाँच (Quick Launch) कहते हैं । यह, अक्सर उपयोग होने वाले प्रोग्राम को एक क्लिक में खोलता (Open) हैं।
टास्क बार में कोई परिवर्तन करने के लिए स्टार्ट मेन्यू में सेटिंग विकल्प को चुना जाता है। सेटिंग के सब मेन्यू में Taskbar and Start Menu विकल्प पर क्लिक करने पर Taskhe and Start Menu प्रोपर्टीज विंडो खुल जाता है।
इस विंडों में निम्नलिखित विकल्प होते हैं-
1. Lock the taskbar : इसे क्लिक करने पर यह टास्कबार के आकार को निश्चित कर देता है।
2. Auto hide the taskbar : उपयोग न होने पर टास्कबार छिप जाता है तथा माउस प्यार को वहाँ ले जाने पर दिखाई देता है।
3. Keep the taskbar on top : इसे क्लिक करने पर यह हमेशा स्क्रीन के नीचे स्थित रहता है।
4. Group similar taskbar buttons : एक ही प्रोग्राम से खोले गये विभिन्न चीजों (Item) को एक जगह समूह में रखता है। जब टास्कबार में हर बटन को दिखाने के लिए समचित स्थान नहीं होता है तब यह संभव होता है।
5. Show Quick Launch : इस पर क्लिक करने पर प्रोग्राम के शॉर्टकट Taskbar में आ जाते हैं।
6. Show the clock : इसे क्लिक करने पर टास्क बार के सबसे दाहिनी ओर घड़ी प्रदर्शित रहती है।
7. Hide Inactive Icons : जो प्रोग्राम तुरंत उपयोग नहीं हो रहे होते हैं वो इस विकल्प पर क्लिक करने पर छिप जाते हैं।
स्टार्ट मेन्यू (Start Menu) : टास्कबार के स्टार्ट बटन पर क्लिक करने पर एक मेन्यू खुलता है जिसे स्टार्ट मेन्यू कहते हैं। इस मेन्यू में कई ऑप्सन आते हैं। कुछ ऑप्सन के साथ छोटा सा तीर का निशान रहता है जो किसी और मेन्यू को दर्शाता है या उस निशान पर माउस के प्वाइंटर ले जाने पर एक और मेन्यू खुल जाता है।
स्टार्ट मेन्यू में निम्नलिखित ऑप्सन होते हैं।
1. प्रोग्राम (Program): यह कम्प्यूटर में इंस्टाल्ड (Installed) प्रोग्रामों की सूची है।
2. फेवरिट (Favorites) : यह बुक माड (Book Marked) वेब पेज का सूची है।
3. डाक्यूमेंट (Documents) : सबसे वर्तमान में उपयोग किये गये दस्तावेजों की सूची है।
4. सेटिंग्स (Settings) : सिस्टम अनुप्रयोग जैसे- कंट्रोल पैनल, प्रिन्टर, टास्कबार और स्टार्ट मेन्यू तथा नेटवर्क कनेक्शन इत्यादि की सूची है। कंट्रोल पैनल के द्वारा किसी भी हार्डवेयर या सॉफ्टवेयर के सेटिंग्स में परिवर्तन कर सकते हैं।
5. सर्च (Search) : किसी विशेष फाइल या फोल्डर्स को ढूँढ़ने के लिए |
6. हेल्प (Help) : प्रोग्राम संबंधी कोई भी सहायता प्राप्त करने के लिए।
7. रन (Run) : किसी प्रोग्राम को रन करने के लिए या किसी फाइल. फोल्डर या दस्तावेज को खोलने के लिए।
8. लॉग ऑफ (Log Off) : पासवर्ड प्रोटेक्ट एक उपयोगकर्ता को लॉग ऑफ करने तथा दूसरे उपयोगकर्ता को लॉग ऑन करने की अनुमति देता है।
9. टर्न ऑफ या शट डाउन (Turn off or Shut down) : सिस्टम को बंद करता है या restart करता है।
टाइटल बार (Title Bar) : कोई भी प्रोग्राम या अनुप्रयोग विंडो के अन्दर रन करता है। हर विंडो में सबसे ऊपर एक पतला पट्टी जैसा बॉक्स होता रहता है जिसके बायें तरफ प्रोग्राम, या फाइल या फोल्डर, जो भी खुला रहता है उसका नाम लिखा होता है। इस बॉक्स के दाहिने तरफ तीन छोटे-छोटे बटन होते हैं। सबसे बायाँ बटन को Minimize बटन कहते हैं। विंडो को मिनीमाइज करने पर इसे स्क्रीन से हटा देता है परन्तु प्रोग्राम रन करता रहता है। Minimize विंडो टास्क बार में एक बटन के रूप में उपस्थित रहता है। टास्कबार में उठा हुआ (Raised Button) बटन Minimized या निष्क्रिय विंडो दर्शाता है तथा दबा हुआ बटन (Depressed Button) खुला या सक्रिय विंडो दर्शाता है। यदि यूजर प्रोग्राम को तुरंत उपयोग नहीं कर रहा है परन्तु जल्द ही उपयोग करने वाला है उस स्थिति में Minimize बटन सहायक होता है। Minimized विंडो को फिर से सक्रिय करने के लिए टास्क बार में उस बटन पर सिर्फ एक क्लिक करना होता है।
टाइटल बार के दायें बटनों में से बीच वाला बटन में एक या दो छोटे-छोटे वर्ग बने होते हैं। जिसे Maximize या Resize बटन कहते हैं। यह बटन यूजर को विंडो को पूर्ण स्क्रीन (Full Screen) या छोटा स्क्रीन (Small screen) करने की सुविधा देता है।
टाइटल बार के सबसे दायाँ बटन को क्लोज (close) बटन कहते हैं। इस बटन को क्लिक कर विंडो को बंद किया जाता है।
स्क्रॉल बार (Scroll Bar) : विंडो के वर्क एरिया में फाइल या फोल्डर की सूची, टाइपिंग, ड्राइंग या दूसरे कार्यों को स्क्राल बार की सहायता से पुर्णतः देख सकते हैं। इस विंडो के दाहिने तरफ उर्ध्वाधर तथा नीचे तरफ क्षैतिज स्क्रॉल बार दिखता है। जब विंडो में सूचनाओं का आकार विंडो के आकार से बड़ा होता है तब स्क्रॉल बार प्रदर्शित होता है। स्क्रॉल बार को खिसका कर सूचनाओं को ऊपर-नीचे तथा दायें-बायें कर देखा जा सकता है।
मेन्यू बार (Menu Bar) : विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम में हर विंडो का अपना मेन्यू होता है । टाइटल बार के तुरंत नीचे यह मेन्यू बार होता है। इस मेन्यू बार के विकल्प हर प्रोग्राम के अनुसार बदलते रहते हैं।
मेन्यू बार के कुछ मुख्य विकल्प निम्नलिखित हैं-
फाइल (File) : इस मेन्यू के अन्तर्गत न्यू (New), ओपेन (Open), सेव(Save), क्लोज (Close) तथा प्रिंट (Print) इत्यादि विकल्प हैं।
इडिट (Edit) : इस मेन्यू के अन्तर्गत अनडू (undo), कट (cut), कॉपी (copy), पेस्ट(paste) तथा क्लियर (clear) इत्यादि विकल्प हैं।
व्यू (View) : इस मेन्यू के अन्तर्गत नार्मल (Normal), प्रिन्ट लेआउट (Print Layout), हेडर-फुटर (Header and Footer) इत्यादि विकल्प हैं।
हेल्प (Help) : इस मेंन्यू के अन्तर्गत सहायक जानकारी या उपयोगी ट्यूटोरियल (Tutorials) होते हैं।
हेल्प इन विंडो (Help in Window) : विंडोज में किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त करने के लिए स्टार्ट मेन्यू (Start Menu) खोल कर उसके हेल्प एंड सर्पोट (Help and Support) विकल्प पर क्लिक करते हैं। जिसके फलस्वरूप हेल्प एंड सर्पोट का डायलॉग विंडो खुल जाता है जहाँ हम हेल्प टॉपिक चुन सकते हैं या सर्च ऑप्शन (Search option) में अपने इच्छित विषय को टाइप कर सर्च कर सकते हैं।
विषय चयन कर या टाइप कर क्लिक करने पर उससे संबंधित जानकारी हमें प्राप्त हो सकती है।
कम्यूटर में दिन व समय बदलना (To change date and time in computer) :
प्रथम विधि में इसके लिए दाहिनी ओर स्थित घड़ी पर डबल क्लिक कर डेट / टाइम प्रोपर्टीज विंडो खोलते हैं तथा डेट / टाइम परिवर्तन कर अप्लाई (Apply) बटन दबा कर नये दिन तथा समय को कम्प्यूटर में निश्चित कर देते हैं।
दूसरी विधि में स्टार्ट मेन्यू (Start Menu) के सेटिंग विकल्प के सबमेन्यू से कंट्रोल पैनल को खोलते हैं। कंट्रोल पैनल विंडो खुलने पर डेट/टाइम विकल्प पर डबल क्लिक करने पर डेट/टाइम प्रोपर्टीज विंडो खुलता है, जहाँ हम दिन तथा समय में परिवर्तन कर सकते हैं।
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