रबर (Rubber)
रबर दो प्रकार का होता है- (i) प्राकृतिक रबर एवं (ii) संश्लिष्ट अथवा कृत्रिम रबर।◆ प्राकृतिक रबर (Natural Rubber) : रबर एक प्राकृतिक बहुलक है और इसमें प्रत्यास्थ गुण पाए जाते हैं। इसे प्रत्यास्थ बहुलक भी कहा जाता है और इसके विभिन्न उपयोग हैं। इसका उत्पादन रबर के लैटेक्स से किया जाता है जो कि रबर का जल में कोलॉइडी परिक्षेपण (कोलॉइडी डिस्पर्सन) है। यह लैटेक्स, रबर के वृक्षों की छाल से प्राप्त किया जाता है। यह आइसोप्रीन (Isoprene) का बहुलक होता है, यह थर्मोप्लास्टिक है।
◆ वल्कनीकरण (Vulcanisation) : प्राकृतिक रबर को सल्फर के साथ मिलाकर गर्म करने की क्रिया वल्कनीकरण कहलाता है। इसके बाद रबर एक निश्चित आकार ग्रहण कर लेता है। इस प्रकार के रबर का उपयोग दस्ताना (Gloves) तथा रबर बैंड (Rubber Band) बनाने में किया जाता है।
◆ रबर आसानी से कार्बन डाइऑक्साइड में घुल जाता है।
◆प्राकृतिक रबर बहुत मुलायम होता है, इसे कठोर बनाने के लिए इसमें कार्बन मिलाया जाता है। तब इसका प्रयोग टायर एवं ट्यूब आदि बनाने में किया जाता है।
◆ संश्लिष्ट रबर (Syntnetic Rubber) : संश्लेषित रबर वल्कनीकृत रबर की तरह का बहुलक है, जो अपनी लंबाई से दुगुने तक खींचे जा सकते हैं। तथापि, जैसे ही बाह्य तनन बल निर्मुक्त होता है तो यह तुरंत अपनी मूल आकृति एवं आकार में लौट आता है इस प्रकार, संश्लेषित रबर या तो 1,3 ब्यूटाडाईन के व्युत्पन्नों के सहबहुलक हैं अथवा 1,3 ब्यूटाडाईन के या इसके व्युत्पन्नों के अन्य असंतृप्त एकलकों के साथ सहबहुलक हैं। यह दो प्रकार का होता है-
(i) नियोप्रीन (Neoprene) : यह 2-क्लोरोब्यूटाडाइन (2-Chirobutadiene) के बहुलकीकरण से बनता है। इसका उपयोग विद्युतरोधी पदार्थ (Insulating Material), विद्युत तार (Electric Cable), कनवेयर बेल्टर (Conveyor Belt) तथा खनिज तेल ले जाने वाले पाइप बनाने में किया जाता है।
(ii) थाईकॉल (Thiokol) : यह दूसरे कृत्रिम रबर है, जो डाइक्लोरो इथेन (Dichloro Ehtene) को पॉलीसल्फाइड (Polysulphide) की प्रतिक्रिया से बनाया जाता है। इसका उपयोग खनिज तेल ले जाने वाले पाइप बनाने में, विलायक जमा करने वाला है। (Solvant Storage Tank) आदि बनाने में किया जाता है।
नोट : थाईकॉल रबर को ऑक्सीजन मुक्त करने वाले रसायनों के साथ मिलाकर रॉकेट इंजनों में ठोस ईंधन के रूप में प्रयोग किया जाता है।
Post a Comment