बुकर पुरस्कार, 2020
- 19 नवंबर, 2020 को न्यूयॉर्क में बसे स्कॉटलैंड के लेखक डगलस स्टुअर्ट को वर्ष 2020 का प्रतिष्ठित बुकर पुरस्कार प्रदान किए जाने की घोषणा की गई।
- उन्हें यह पुरस्कार उनके पहले उपन्यास ‘शग्गी बेन’ (Shuggie Bain) के लिए दिया गया।
- यह उपन्यास वर्ष 1980 के थैचर्स ग्लासगो में आगे बढ़े रहे एक युवा की पृष्ठभूमि पर आधारित है।
- उल्लेखनीय है कि दुबई में बसी भारतीय मूल की लेखिका अवनि दोशी की किताब ‘बर्न्ट शुगर’ (Burnt Sugar) भी इस पुरस्कार की दौड़ में शामिल थी।
- इसके तहत विजेता को 50,000 पाउंड (49,20,078.38 भारतीय रुपया) की राशि प्रदान की जाती है।
एटवुड को उनकी किताब 'दि हैंड्मेड्स टेल' के लिए मिला पुरस्कार
'गर्ल, वूमेन, अदर' किताब के लिए सम्मानित हुईं बर्नरडाइन एवरिस्टो
दो बार यह पुरस्कार जीतने वाली दूसरी महिला लेखिका बनीं एटवुड
इस साल के प्रतिष्ठित बुकर पुरस्कार के विजेताओं की घोषणा कर दी गई है। इस साल मार्गरेट एटवुड और बर्नरडाइन एवरिस्टो को संयुक्त रूप से साहित्य के इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से नवाजा गया है। बता दें कि करीब 30 साल में पहली बार यह पुरस्कार संयुक्त रूप से दो लोगों को दिया गया है।
एटवुड को उनके उपन्यास 'दि हैंडमेड्स टेल' (The Handmaid's Tale) और एनरिस्टो को 'गर्ल, वूमेन, अदर' (Girl, Women, Other) उपन्यास के लिए यह पुरस्कार मिला। इसके साथ ही बुकर पुरस्कार जीतने वाली पहली अश्वेत महिला और पहली अश्वेत ब्रिटिश लेखिका बन गई हैं।
वहीं, कनाडा की लेखिका एटवुड (79) यह पुरस्कार जीतने वाली सबसे बुजुर्ग लेखिका बन गई हैं। इससे पहले साल 2000 में भी उन्होंने बुकर पुरस्कार जीता था। तब उन्हें 'दि ब्लाइंड असेसिन' (The Blind Assasin) के लिए सम्मानित किया गया था। दो बार बुकर पुरस्कार जीतने वाली वह दूसरी और कुल मिलाकर चौथी लेखक हैं।
मान बुकर पुरस्कार के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य –
- 1969 से दिया जाने बाला यह पुरस्कार , साहित्य के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कारों के बाद सबसे बडा पुरस्कार माना जाता है !
- यह पुरस्कार बुकर कंपनी एवं ब्रिटिश प्रकाशक संघ द्वारा संयुक्त रूप से हर साल दिया जाता है !
- यह पुरस्कार किसी एक कथाक्रति के लिये राष्ट्रमंडल (Commonwealth) देशों के कथाकारों को ही दिया जाता है ! यह केवल अंग्रेजी उपन्यास के लिये ही दिया जाता है !
- इसके तहत 50 हजार पाउंड की राशि प्रदान की जाती है !
- पहला मान बुकर पुरस्कार अल्बानिया के उपन्यासकार इस्माइल कादरे को दिया गया था !
- यह पुरस्कार अंतर्राष्ट्रीय मान बुकर पुरस्कार से अलग है क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय मान बुकर पुरस्कार हर 2 साल में विश्व के किसी भी उपन्यासकार को दिया जाता है जबकि मानबुकर पुरस्कार हर साल केबल राष्ट्रमंडल (Commonwealth) देशों के कथाकारों को ही दिया जाता है !
- अब तक 5 भारतीयों को यह पुरस्कार दिया जा चुका है !
1. बी एस नायपाल (1971-In a free state)
2. सलमान रश्दी (1981-Midnight children)
3. अरुंधती राय (1997-The god of small things)
4. किरण देसाई (2006-The inheritance of loss)
5. अरबिंद अडिगा (2008-The white tiger)
दो बार बुकर पुरस्कार जीतने वाली पहली महिला
ब्रितानी लेखिका हिलेरी मेंटल को उनके ऐतिहासिक उपन्यास 'ब्रिंग अप द बॉडीज़' के लिए वर्ष 2012 का बुकर पुरस्कार दिया गया है. निर्णायकों ने उन्हें 'आधुनिक अंग्रेजी साहित्य का महानतम लेखक' बताया है.
वे पहली महिला लेखिका हैं जिन्हें उपन्यास लेखन के लिए दूसरी बार बुकर पुरस्कार मिला है. हिलेरी की ये किताब हेनरी अष्टम के मुख्यमंत्री थॉमस क्रोमवेल पर उनकी दूसरी रचना है.
हिलेरी ने इससे पहले वर्ष 2009 में इसी श्रृंखला के पहले उपन्यास, 'वॉल्फ हॉल' के लिए पहली बार बुकर पुरस्कार जीता था.
लंदन में बुकर पुरस्कार ग्रहण करते हुए हिलेरी ने विनोद में कहा, ''आप पहले बुकर पुरस्कार के लिए 20 साल इंतज़ार करते हैं और फिर जल्दी-जल्दी दो बुकर मिल जाएं.. मैं जानती हूं कि मैं कितनी भाग्यशाली हूं.''
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