प्रागैतिहासिक काल


उत्तराखण्ड का इतिहास- प्रागैतिहासिक काल में उत्तराखण्ड राज्य मे अनेक स्थानों से प्राप्त हुए पाषाण काल के उपकरण् गुफाण् चित्र-शैली, कंकाल और धातुओं के उपकरणों से प्रागैतिहासिक काल मेें मानव निवास की पुष्टि हुई है।

उत्तराखंड के प्रमुख पुरातात्विक स्थल

चमोली

1. गवारख्या गुफा-

  
खोजकर्ताराकेश भट्ट

  
स्थित-   डुग्री गांव चमोली जिले के थराली तहसील में अलकनंदा नदी के किनारे स्थित है

 प्राप्त साक्ष्यगवारख्या गुफा में मानवभेड़बारहसिंगा,लोमड़ी आदि रंगीन चित्र मिले हैं

2. मलारी गॉव 

मलारी गांव चमोली जिले में स्थित है

मलारी गांव में 5.2 किलो सोने का मुखावरणनर कंकालमिट्टी के बर्तन आदि अवशेष मिले

मलारी गांव में इन अवशेष की खोज गढ़वाल विश्विद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा 2002 में की गयी

3.किमनी गॉव - 

किमनी गांव चमोली के थराली के पास स्थित है

यहां हल्के सफेद रंग के चित्रित हथियार  पशुओं के शैल चित्र मिले

अल्मोड़ा

1.लाखू उड़्यार(लाखू गुफा) -

खोज- 1963ई०  

खोजकर्ताडॉ महेश्वर प्रसाद

स्थिति - लाखू गुफा अल्मोड़ा के बाड़ेछीना के पास दलबैंड पर स्थित है

प्राप्त साक्ष्य - लाखू गुफा से मानव तथा पशुओं के चित्र प्राप्त हुए।

2.कसार देवी मंदिर-

 यह मंदिर दूसरी शताब्दी का है। 

·     यह मंदिर अल्मोड़ा से 8 km दूर कश्यप पहाड़ी की चोटी ओर स्थित है। 

·      इस मंदिर से 14 नृतकों का सुंदर चित्रण प्राप्त हुआ। 


3.फलसीमा-

 फलसीमा से योग मुद्रा  नृत्य मुद्रा आकृति वाली मानव आकृतियां प्राप्त हुई

4. ल्वेथाप

अल्मोड़ा के ल्वेथाप से प्राप्त चित्र में मानव को शिकार करते तथा नृत्य करते हुए दिखाया गया हैं

5. पेटशाला

अल्मोड़ा के पेटशाला  पुनाकोट गाँव के बीच स्थित कफ्फरकोट से प्राप्त चित्रों में नृत्य करते हुए मानवों की आकृतियाँ प्राप्त हुई हैं

6.जाखन देवी मंदिर-
अल्मोड़ा में स्थित जाखन देवी मंदिर यक्षों के निवास की पुष्टि करता है।

पिथौरागढ़

पिथौरागढ़ के बनकोट क्षेत्र में 8 ताम्र मानवाकृति प्राप्त हुई


उत्तरकाशी
उत्तरकाशी

हुडली- यहां नीले रंग के शैल चित्र प्राप्त हुए

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