भारत के प्रमुख खनिज उत्पादक राज्य

भारत में खनिजों के सर्वेक्षण, पूर्वेक्षण और अन्वेषण के कार्यो हेतु निम्नलिखित संस्थान हैः-
जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (GSI)-कोलकाता(मुख्यालय)
केन्द्रीय खान योजना एवं डिजाइन संस्थान (CMPDI)-राँची(मुख्यालय)
तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ONGC)-नई दिल्ली(मुख्यालय)
खनिज अन्वेषण निगम लिमिटेड (MECL)-नागपुर(मुख्यालय)
राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (NMDC)-हैदराबाद
भारतीय खनन ब्यूरो (IBM)-नागपुर(मुख्यालय)
भारत गोल्ड माइन्स लिमिटेड (BGML)-कोलार(कर्नाटक)(मुख्यालय) 
हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड (HCL)-कोलकाता(मुख्यालय)
नेशनल एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड (NALCO)-भूवनेश्वर(ओडिशा)(मुख्यालय)
इसके अतिरिक्त विभिन्न राज्यों के खनन और भूविज्ञान विभाग शामिल है। 

खनिज का नामप्राप्ति स्थान
लौह-अयस्कओडिशा (सोनाई, क्योंझर, मयूरभंज), झारखंड (सिंहभूम, हजारीबाग, पलामू, धनबाद), छत्तीसगढ़ (बस्तर, दुर्ग, रायपुर, रायगढ़, बिलासपुर), मध्य प्रदेश (जबलपुर), कर्नाटक (बेलारी, चिकमंलुर, चीतल दुर्ग) महाराष्ट्र (रत्नागिरि, चांदा), तमिलनाडु (सलेम, तिरुचिरापल्ली), गोव
मैंगनीजओडिशा (सुन्दरगढ़, सम्बलपुर, बोलंगीर, क्योंझर, कालाहांडी, कोरापुट), महाराष्ट्र (नागपुर और भंडारा), मध्य प्रदेश के (बालाघाट, छिंदवाड़ा), कर्नाटक (शिमोगा, बेलारी, चित्रदुर्ग, बीजापुर), आन्ध्र प्रदेश (श्रीकाकूलम), गुजरात (पंचमहल, बड़ौदा), झारखंड (सिंहभूम) एवं राजस्थान (बांसवाड़ा)
कोयलाझारखंड (धनबाद, सिंहभूम, गिरिडीह), पश्चिम बंगाल (रानीगंज, आसनसोल), छत्तसीगढ़ (रायगढ़), ओडिशा (देसगढ़ तथा तलचर), असम (माकूम, लखीमपुर), महाराष्ट्र (चांदा), तेलंगाना (सिंगरेनी) मेघालय, जम्मू-कश्मीर, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश (नामचिक, नामफुक)
ताँबाझारखंड (सिंहभूम, हजारीबाग), राजस्थान (खेतड़ी, झुंझुनू, भीलवाड़ा, अलवर एवं सिरोही), महाराष्ट्र (कोल्हापुर), कर्नाटक (चीतल दुर्ग हासन, रायचूर), मध्य प्रदेश (बालाघाट), आन्ध्रप्रदेश (अग्नि गुंडल)
बॉक्साइटओडिशा, झारखंड (कोडरमा, हजारीबाग), बिहार (गया, एवं मुंगेर), महाराष्ट्र (नागपुर, भंडारा तथा रत्नागिरी), राजस्थान (अजमेर, शाहपुर), आन्ध्र प्रदेश (नेल्लोर)
सोनाकर्नाटक (कोलार तथा हट्टी की खान), आन्ध्र प्रदेश (रामगिरि खान, अनन्तपुर), तेलंगाना (वारंगल), तमिलनाडु (नीलगिरी एवं सलेम), झारखंड (हीराबुदनी खान सिंहभूम)
अभ्रकआन्ध्र प्रदेश (नेल्लोर जिला), झारखंड (पलामू), गुजरात (खेड़ा), मध्य प्रदेश (कटनी, बालाघाट, जबलपुर), छत्तीसगढ़ (बिलासपुर) राजस्थान
जस्ताराजस्थान (उदयपुर), ओडिशा, जम्मू-कश्मीर (उत्पादन में द्वितीय स्थान)
चाँदीराजस्थान (जवार खान) कर्नाटक (चित्रदुर्ग, बेलारी), आ. प्रा. (कुडप्पा गुटूर), झारखंड (संथालपरगना, सिंहभूम)।
पेट्रोलियमअसम (डिग्बोई, सूरमा घाटी), गुजरात (खम्भात, अंकलेश्वर) महाराष्ट्र (बॉम्बे)
मैग्नेजाइटउत्तराखंड, राजस्थान, तमिमलनाडु, आन्ध्र प्रदेश
हीरामध्यप्रदेश (मझगावाँ खान, पन्ना जिला)
यूरेनियमझारखंड (राँची, हजारीबाग, सिंहभूम)
थोरियम पाइराइट्सराजस्थान (पाली, भीलवाड़ा
टंगस्टनराजस्थान, तमिलनाडु, कर्नाटक
क्रोमाइटझारखंड एवं ओडिशा
सीसाझारखंड, राजस्थान।
लिग्नाइटतमिलनाडु, राजस्थान
टिनछत्तीसगढ


लौह अयस्क-लौह अयस्क एक आधारभूत खनिज है तथा औद्योगिक विकास की रीढ़ है। भारत में लौह अयस्क के विपुल संसाधन विद्यमान हैं। भारत उच्च कोटि के लोहांशयुक्त लौह अयस्क में धनी है। मैग्नेटाइट सर्वोत्तम प्रकार का लौह अयस्क है जिसमें 70 % लोहांश पाया जाता है। इसमें सर्वश्रेष्ठ चुंबकीय गुण होते हैं, जो विद्युत उद्योगों में विशेष रूप से उपयोगी हैं। हेमेटाइट सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण औद्योगिक लौह अयस्क है जिसका अधिकतम मात्रा में उपभोग हुआ है। किंतु इसमें लोहांश की मात्रा मैग्नेटाइट की अपेक्षा थोड़ी-सी कम होती है। (इसमें लोहांश 50 से 60 प्रतिशत तक पाया जाता है।)
लौह अयस्क उत्पादन में राज्यों का क्रम-1. ओडिशा 2. छत्तीसगढ़ 3. कर्नाटक(स्रोत-खान मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वार्षिक रिपोर्ट 2016-17)

ताँबा- ताप सुचालक होने के कारण ताँबे का उपयोग मुख्यतः बिजली के तार बनाने, इलैक्ट्रोनिक्स और रसायन उद्योगों में किया जाता है। मध्य प्रदेश की बालाघाट खदानें देश का लगभग 52 % ताँबा उत्पन्न करती हैं। झारखंड का सिंहभूम जिला भी ताँबे का मुख्य उत्पादक है। राजस्थान की खेतड़ी खदानें भी ताँबे के लिए प्रसिद्ध थीं।
ताँबा उत्पादन में राज्यों का क्रम-1. मध्य प्रदेश 2. झारखण्ड 3. राजस्थान

बॉक्साइट-यह एल्युमीनियम का अयस्क है। भारत बॉक्साइट में आत्मनिर्भर है। भारत में बॉक्साइट मुख्यतः अमरकंटक पठार, मैकाल पहाड़ियों तथा बिलासपुर-कटनी के पठारी प्रदेश में पाए जाते हैं।
बॉक्साइट उत्पादन में राज्यों का क्रम-1. ओडिशा 2. गुजरात 3. झारखण्ड

मैंगनीज-मैंगनीज मुख्य रूप से इस्पात के विनिर्माण में प्रयोग किया जाता है। एक टन इस्पात बनाने में लगभग 10 किग्रा. मैंगनीज की आवश्यकता होती है। इसका उपयोग ब्लीचिंग पाउडर, कीटनाशक दवाएँ व पेंट बनाने में किया जाता है।
मैंगनीज उत्पादन में राज्यों का क्रम-1. मध्य प्रदेश(27%) 2. ओडिशा(25%) 3. महाराष्ट्र(25%)

अभ्रक-अभ्रक विद्युत व इलेक्ट्रॉनिक उद्योगों में प्रयुक्त होने वाले अपरिहार्य खनिजों में से एक है। अभ्रक के निक्षेप छोटानागपुर पठार के उत्तरी पठारी किनारों पर पाए जाते हैं। बिहार-झारखंड की कोडरमा-गया-हजारीबाग पेटी अग्रणी उत्पादक हैं। राजस्थान के मुख्य अभ्रक उत्पादक क्षेत्र अजमेर के आस पास हैं। आंध्र प्रदेश की नेल्लोर अभ्रक पेटी भी देश की महत्त्वपूर्ण उत्पादक पेटी है।
अभ्रक उत्पादन में राज्यों का क्रम-1. आन्ध्र प्रदेश 2. राजस्थान

कोयला-भारत में कोयला बहुतायात में पाया जाने वाला जीवाश्म ईंधन है। यह देश की ऊर्जा आवश्यकताओं का महत्त्वपूर्ण भाग प्रदान करता है। इसका उपयोग ऊर्जा उत्पादन तथा उद्योगों और घरेलू जरूरतों के लिए ऊर्जा की आपूर्ति के लिए किया जाता है। भारत अपनी वाणिज्यिक ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु मुख्यतः कोयले पर निर्भर है। एंथ्रासाइट उच्च कोटि का, बिटुमिनस मध्य कोटि का एवं लिग्नाइट एक निम्न कोटि का भूरा कोयला होता है। इसे काला सोना भी कहा जाता है। 
कोयला उत्पादन में राज्यों का क्रम-1. झारखण्ड 2. छत्तीसगढ़ 3. ओडिशा

प्राकृतिक गैस-प्राकृतिक गैस एक महत्त्वपूर्ण स्वच्छ ऊर्जा संसाधन है जो पेट्रोलियम के साथ अथवा अलग भी पाई जाती है। इसे ऊर्जा के एक साधन के रूप में तथा पेट्रो रासायन उद्योग के एक औद्योगिक कच्चे माल के रूप में प्रयोग किया जाता है। कार्बनडाई-ऑक्साइड के कम उत्सर्जन के कारण प्राकृतिक गैस को पर्यावरण-अनुकूल माना जाता है। इसलिए यह वर्तमान शताब्दी का ईंधन है। गाड़ियों में तरल ईंधन का संपीडित प्राकृतिक गैस (CNG) देश में लोकप्रिय हो रहा है। 
असम का डिग्बोई एवं सूरमा घाटी, गुजरात का खम्भात एवं अंकलेश्वर तथा महाराष्ट्र का बॉम्बे हाई भारत में मुख्य प्राप्ति स्थान है। 
सोना-देश में कुल स्वर्ण का 98 प्रतिशत उत्पादन अकेले कर्नाटक राज्य से प्राप्त किया जाता है। दूसरा स्थान आन्ध्र प्रदेश का है। कर्नाटक की कोलार तथा हट्टी की खान सोने की प्रसिद्ध खाने है।

चाँदी-भारत में चाँदी का मुख्य उत्पादक राज्य राजस्थान है। राजस्थान की जवार खान चाँदी के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है।   

यूरेनियम-भारत में यूरेनियम का उत्पादन सबसे अधिक झारखण्ड राज्य में होता है। 

टंगस्टन-इसका मुख्य भण्डार राजस्थान मे स्थित 'देगाना' है। राजस्थान में सर्वाधिक टंगस्टन उत्पादित होता है। द्वितीय-तमिलनाडु, तृतीय-कर्नाटक

मैग्नेजाइट-मैग्नेसाइट मैग्नीशियम कार्बोनेट है। क्षारीय तापरोधक खनिजों में सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। इसका सर्वाधिक भण्डार उत्तराखण्ड(68%) में है। 

जस्ता-राजस्थान के जवार खान जस्ता उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है। 

भारत में खनिज तेल के भण्डार मुख्यतः अवसादी चट्टानों में पाये जाते है। भारत में खनिज तेल का उत्पादन सर्वप्रथम डिग्बोई में प्रारम्भ किया गया।
नोट-अंकलेश्वर में 1960 ई0 में खोदे गये पहले कुएँ का नाम वसुधारा रखा गया था।
विश्व में लौह अयस्क के उत्पादन में भारत का चौथा स्थान है। प्रथम-चीन, द्वितीय-ऑस्ट्रेलिया, तृतीय-ब्राजील
कुल संचित भण्डार की दृष्टि से भारत का विश्व में प्रथम स्थान है। 
भारत में लौह अयस्क के उत्पादन में प्रथम-कर्नाटक, द्वितीय-छत्तीसगढ़, तृतीय-ओडिशा
मैंगनीज के प्रमाणित भण्डारों की दृष्टि से भारत का विश्व में जिम्बावे के बाद दूसरा स्थान है। उत्पादन की दृष्टि से भारत का विश्व में पाँचवा स्थान है। ओडिश भारत का 34 प्रतिशत मैंगनीज पैदा करके प्रथम स्थान पर है। द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर क्रमशः महाराष्ट्र एवं मध्य प्रदेश 21 प्रतिशत का है। 
कोयले के उत्पादन में भारत का स्थान विश्व में तीसरा है। भारत में कोयले के उत्पादन में प्रथम तीन राज्य क्रमशः झारखण्ड, छत्तीसगढ़, ओडिशा। कोयले को उद्योग की रोटी तथा काला सोना भी कहा जाता है।
भारत में ताँबा के उत्पादन में प्रथम तीन राज्य क्रमशः है-मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखण्ड। राजस्थान के जवारखान से जस्ते के साथ ताँबा भी निकाला जाता है। राजस्थान में ताँबा खनिज का सबसे बड़ा भण्डार है।
भारत बॉक्साइट में आत्मनिर्भर है। भारत में बॉक्साइट का उत्पादन सबसे अधिक ओडिशा में होता है। दूसरा-गुजरात तीसरा-झारखण्ड।
वर्तमान में आन्ध्र प्रदेश भारत का 72 प्रतिशत से भी अधिक अभ्रक पैदा करता है। उत्पादन में दूसरा स्थान राजस्थान का है। 
देश की कुल स्वर्ण उत्पादन का 99 प्रतिशत अकेले कर्नाटक राज्य से प्राप्त किया जाता है। दूसरा स्थान-आन्ध्र प्रदेश।
राजस्थान के जवार खान जस्ता उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है। राजस्थान जस्ता के उत्पादन में प्रथम स्थान है।
झारखण्ड प्रथम स्थान पर है। भारत की सबसे महत्वपूर्ण यूरेनियम खाने जादूगोडा है।
इसका सर्वाधिक भण्डार 68 प्रतिशत उत्तराखण्ड में है।
चाँदी उत्पादन में राजस्थान प्रथम स्थान पर है।
विश्व का सबसे बडा थोरियम निर्माता देश भारत है। विश्व का सबसे बडा थोरियम का भण्डार केरल में है।
इसके उत्पादन में ओडिशा प्रथम स्थान पर है।
इसके मुख्य भण्डार देगाना(राजस्थान) में है।
इसका सर्वाधिक भण्डार तमिलनाडु में है।
इसका लगभग सम्पूर्ण भण्डार व उत्पादन छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में होता है। 


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