इंटरनेट(Internet)
इंटरनेट, नेटवर्किंग का महाजाल होता हैं जिसमें बहुत से डिवाइस एक साथ कनेक्ट कर सकते हैं यह दुनिया का सबसे बड़ा और व्यस्त नेटवर्क हैं।
सबसे पहले तो आपको बता दे की इंटरनेट को हिंदी भाषा में अंतरजाल कहाँ जाता हैं।
इंटरनेट को अगर सीधी भाषा में समझे तो बहुत सारे कंप्यूटर को आपस में जोड़ना ही इंटरनेट हैं।
जब सभी कंप्यूटर एक साथ जुड़ जाते हैं तो यह एक विशाल जाल का हिस्सा बन जाते हैं जिसे Global Network कहते हैं और इस नेटवर्क से जुड़े कोई भी कंप्यूटर की जानकारी हम किसी भी कंप्यूटर के कभी भी भेज या प्राप्त कर सकते हैं।
सभी कंप्यूटर जो आपस में जुड़े रहते हैं उनकी अपनी अलग पहचान होती हैं जिसको हम IP Address (Unique Identity) के नाम से जानते हैं IP Address गणितीय संख्याओं का एक Unique Set होता हैं जो उस कंप्यूटर की लोकेशन को बताता हैं।
IP Address को DNS (Domain Name Server) द्वारा एक नाम दिया जाता हैं जो उस IP Address को रिप्रेेेजेंट करता हैं।
जैसे: जब हम किसी वेबसाइट को अपने कंप्यूटर में देखना चाहते है तो URL BAR में वेबसाइट का पता मतलब Domain name डालते है (जो कि htips.in की तरह होता है) और खोज चालू करते है
अब कंप्यूटर के IP Address के द्वारा Server को खबर जाती है कि इस कंप्यूटर को इस Domain Name से Website को देखना है और Server उस IP Address वाले Computer में वह Website दिखता है।
इस तरह इंटरनेट के प्रमुख हिस्से कंप्यूटर, सर्वर, डोमेन नाम और वेबसाइट होती है जिसकी मदद से इंटरनेट उपयोगी होता है।
इंटरनेट की परिभाषा
इंटरनेट विश्व के सभी कंप्यूटर के जुड़ने के बाद बना बहुत ही बड़ा नेटवर्क हैं इंटरनेट के माध्यम से दुनिया के किसी भी कंप्यूटर को आपस में कनेक्ट करके किसी भी प्रकार के डाटा को भेज सकते हैं और रिसीव भी कर सकते हैं।
जब कुछ कंप्यूटर को आपस में जोड़ा जाता हैं जो उसे नेटवर्क बोलते हैं इस नेटवर्क में हर तरह की मीडिया फाइल्स को ट्रांसफर करने के लिए TCP/IP Address की जरूरत पड़ती हैं इसके जरिए हम किसी भी कंप्यूटर पर कुछ भी भेज सकते हैं।
इस IP Address को डोमेन नाम दिया गया हैं हम किसी की वेबसाइट को ओपन करते हैं और पढ़कर उस वेबसाइट को बंद कर देते हैं यहाँ तक कि कंप्यूटर को भी स्विच ऑफ कर देते हैं लेकिन जब भी आप उस वेबसाइट को द्वारा खोलते हैं तो अपने आप खुल जाता हैं।
कंप्यूटर वेबसाइट को स्टोर करते हैं उसे ही Web Hosting या Server कहाँ जाता हैं। Server ऐसे कंप्यूटर होते हैं जो 24*7 ही चालू रहते हैं।
इंटरनेट का इतिहास
इंटरनेट की शुरुआत 1969 में हुई थी पहली बार 1969 में एक कंप्यूटर को दूसरे कंप्यूटर में जोड़कर नेटवर्क तैयार किया गया था इन नेटवर्क को कनेक्ट करके मैसेज Send किया गया था और यह सफलतापूर्वक Send हो गया तभी से नेटवर्क विकसित हो गया और दिन पर दिन विकसित होता गया।
आज 5G नेटवर्क का युग चल रहा हैं यह आगे भी ऐसे ही विकास करेगा तो चलिए इंटरनेट की शुरुआत से लेकर अब तक के सफर से संबंधित कुछ बिंदु को पढ़ते हैं।
- पहली बार Internet ने “Arpanet” के नाम से प्रोजेक्ट शुरू किया था।
- “Arpanet को सीक्रेट रूप से War के बीच मैसेज भेजने के लिए बनाया गया था।
- सन 1969 में अमेरिकन डिफेंस डिपार्टमेंट ने “Advance Research Project Agency Network” नाम से Develop किया।
- वर्ष 1972 में पहली बार Retamolins ने Email Send किया था तब से ईमेल भेजना चालू हुआ और आज इतना फेमस हो गया।
- 1979 को पहली बार ब्रिटिश पोस्ट ऑफिस में टैक्नोलॉजी के रूप में इंटरनेट का इस्तेमाल किया गया।
- 1984 तक लगभग इस नेटवर्क में 1000 कंप्यूटर जुड़ गए थे।
- 1986 को इंटरनेट को “NSFNET” नाम दिया गया और आज पूरे विश्व में Internet इतना फेमस हो गया कि बना इंटरनेट के कोई रहना ही नहीं चाहता।
भारत देश में Internet की शुरुआत कब हुई
15 अगस्त 1995 में सबसे पहले भारत में इंटरनेट की शुरुआत हुई भारत में VSNL (Videsh Sanchar Nigam Limited के द्वारा Internet Service की शुरुआत की गई।
- भारत में 1986 को ERNET के Launch के साथ इंटरनेट की शुरुआत हुई थी लेकिन यह सुविधा सिर्फ Eduacational and Research Community को थी।
- VSNL के द्वारा 1995 में इस Service को Publically लांच किया गया।
- 1996 में भारत देश में पहली बार ईमेल साइट बनी जिसका नाम Rediffmail रखा था।
- 1996 में ही सबसे बड़ा नेट कैफे मुंबई में खोला गया।
- 1997 में naukri.com नाम की साइट बनाई जिसके बारे में तो आप जानते ही होंगे।
- वर्ष 2000 में Amazon India, MSN, Yahoo जैसी बड़ी वेबसाइट की शुरुआत हुई थी।
- वर्ष 2001 में भारतीय रेल विभाग की तरफ से Online train की वेबसाइट को जारी किया।
इंटरनेट काम कैसे करता हैं?
Internet के जरिए कंप्यूटर आपस में जुड़े रहते हैं Computer को इंटरनेट से जोड़ने के लिए हमें (इंटरनेट सेवा प्रदाता) Internet Service Provider से इंटरनेट कनेक्शन लेना पड़ता हैं। पूरी दुनिया के सर्वर केवल के द्वारा एक दूसरे से जुड़े हुए होते हैं।
पहले उपग्रह के द्वारा इंटरनेट कनेक्शन चलता था लेकिन इसमें डाटा बहुत स्लो चलता था अब वो तकनीकी बहुत पुरानी हो गई हैं हमारे इंजीनियर्स के द्वारा नई तकनीकी खोजी हैं जिसे आज हम Fast Internet यूज कर रहे हैं जिसे फाइबर ऑप्टिकल केवल कहाँ जाता हैं।
एक सर्वर होता हैं जिस पर दुनिया की सभी जानकारी सेव रहती हैं और Internet Service Provider होता हैं जो सर्वर से जानकारी को भेजता हैं जो हमारे PC या मोबाइल के Browser पर हम किसी भी प्रकार की जानकारी को सर्च करते हैं।
जब हम अपने मोबाइल या कंप्यूटर पर अपने ब्राउजर में कोई भी प्रकार की जानकारी या वीडियो सर्च करते हैं तो सबसे पहले Internet Service Provider के पास Request जाती हैं यह नेट प्रोवाइडर सर्वर पर सर्च करता हैं इसके बाद सर्वर आपके द्वारा सर्च की गई जानकारी को इंटरनेट प्रोवाइडर को भेजता हैं और इंटरनेट प्रोवाइडर उस जानकारी को हमारे पास भेजता हैं पढ़ने में यह प्रक्रिया कितनी बड़ी लग रही हैं लेकिन इसमें कुछ ही सेकण्ड में आपको सर्च की हुई जानकारी मिल जाती हैं।
इन्टरनेट का उपयोग करने के लिए निम्नलिखित उपकरण होने चाहिए:
1. | पर्सनल कम्प्यूटर (PC) |
2. | मॉडेम (modem) |
3. | संचार माध्यम |
4. | इन्टरनेट सॉफ्टवेयर या वेब ब्राउजर |
5. | इन्टरनेट सर्विस प्रोभाइडर (ISP) |
मॉडेम (modem)
- यह Modulator-Demodulator का संक्षिप्त रूप है|
- कम्प्यूटर डिजिटल संकेत उत्पन्न करता है, जबकि संचार माध्यम पर केवल एनालॉग संकेत भेजा जा सकता है|
- मॉडेम वह युक्ति है, जो कम्प्यूटर के डिजिटल संकेतों (Digital singnals) को ऐनालॉग संकेत में बदलकर संचार माध्यम पर भेजता है तथा आने वाले एनालॉग संकेतों को डिजिटल संकेतों में बदलकर कम्प्यूटर के प्रयोग के योग बनता है|
- मॉडेम को सिस्टम यूनिट के कम्यूनिकेशन पोर्ट (communication Port) से जोड़ा जाता है|
- मॉडेम को कम्प्यूटर तथा संचार माध्यम के बीच जोड़ा जाता है|
वेब ब्राउजर (Web browser)
यह एक एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर है जो वर्ल्ड वाइड वेब (www) से सूचना तथा डाटा प्राप्त करने तथा उसे उपयोगकर्ता के कम्प्यूटर पर प्रदर्शित करने का कार्य करता है|
यह सफ्रिंग करते समय उपभोगकर्ता को सुचना प्राप्त करने में सहायता करता है तथा समय की बचत भी करता है|
यह पूर्व में उपयोग किये गये इन्टरनेट साइट का विवरण रखता है तथा डेटा को डाउनलोड करने की सुविधा भी प्राप्त करता है|
वर्ल्ड वाइड वेब से सूचना प्राप्त करने के लिए वेब ब्राउजर पर Uniform Resource Identifier (जैसे- www.google.com) डाला जाता है|
कुछ प्रचलित वेब ब्राउजर है:
1. Internet Explorer 2. Google Chrome 3. Apple’s Safari 4. Netscape Navigator 5. Mozilla Firefox 6. Opera (मोबाइल फोन में प्रचलित)
1. | Internet Explorer |
2. | Google Chrome |
3. | Apple’s Safari |
4. | Netscape Navigator |
5. | Mozilla Firefox |
6. | Opera (मोबाइल फोन में प्रचलित) |
इंटरनेट शब्दावली - Internet Glossary
Domain (डोमेन) - इंटरनेट पर बहुत सारी वेबसाइट होती है जो अलग-अलग कैटेगरी पर निर्भर करते हैं इनका एक ग्रुप होता है जिनके यूआरएल में subdomain का नाम लिया जाता है
जैसे - .com, .in, .org, .gov, .net, .net, etc. यह सब अलग-अलग business purpose के लिए यूज किए जाते हैं इन्हीं को डोमेन नेम कहते हैं
Domain name system (डोमेन नेम सिस्टम) - इंटरनेट पर वेबसाइट एड्रेस पता करने के लिए इस सिस्टम का यूज़ किया जाता है इसमें वेबसाइट का पता नंबर के ग्रुप में होता है जैसे - 211.90.110.88 इससे वेबसाइट के host server का पता चलता है
URL (यूआरएल) - यूआरएल का पूरा नाम होता है (uniform resource locator) हर वेबसाइट का यूआरएल होता है यह वेबसाइट का पता होता है जिससे सर्च करने पर ब्राउज़र उस वेबसाइट पर पहुंचता है
Browser (ब्राउज़र) - सब यह हमारे कंप्यूटर पर इंस्टॉल रहते हैं यह सॉफ्टवेयर होता है जिसकी सहायता से सर्च करने पर यह हमें उस वेबसाइट तक ले जाता जैसे - Mozilla Firefox, Google chrome, Internet explorer etc.
World wide web (वर्ल्ड वाइड वेब) - यह इंटरनेट का बहुत ही Important Part है इसे शॉर्ट में www से जानते है इसमें दुनिया भर मैं कंप्यूटर पर बहुत सारी इंफॉर्मेशन स्टोर की जाती है जिसे हम वेबसाइट कहते हैं हर वेबसाइट के एड्रेस में www का Use करते है
Website (वेबसाइट)- यह सर्वर पर या किसी कंप्यूटर पर स्टोर डाटा होता है जिसमें फोटो, वीडियो, बहुत सी इंफॉर्मेशन होती है इसे हम वेब एड्रेस के माध्यम से इंटरनेट पर देख सकते हैं
Web Page (वेब पेज)- बहुत से वेब पेजो से मिलकर एक वेबसाइट बनती है और इन पेजों में hypertext language मे लिखा जाता यह document होता है जो किसी भी वेब ब्राउजर की सहायता से देखा जा सकता है
Home Page (होम पेज)- किसी भी वेबसाइट पर जाने पर जो पेज खुलता है उसे उसका होमपेज कहते हैं और उसी साइड के दूसरे पेज पर जाने के लिए हाइपरलिंक की सहायता से जा सकते हैं इस पेज पर सभी तरह की इंफॉर्मेशन नेगी वेशन बने होते
Hypertext (हाइपर्टेक्सट)- किसी भी वेबसाइट पर जो वेबपेज बने होते हैं उनमें जो इंफॉर्मेशन लिखी होती वह Hypertext language में लिखी होती इसे किसी ने ब्राउज़र की सहायता से देख सकते हैं और पढ़ सकते हैं यह बिल्कुल सामान्य है
Hyperlink (हाइपरलिंक)- जब हम किसी वेबसाइट पर जाते हैं तो उसमें ऐसे बहुत से पेज जुड़े होते हैं और अलग-अलग पेज पर जाने के लिए एक लिंक होती है उस लिंक की सहायता से हम उन सभी पेजों को देख सकते हैं पढ़ सकते हैं बस उस लिंक पर क्लिक करें वह पेज खुल जाए इसी Link को Hyperlink कहते है
Blog (ब्लॉग)- यह वेबसाइट होती है जिसमें किसी भी विषय पर जानकारी इंफॉर्मेशन ले सकते हैं और दे भी सकते हैं जो इंटरनेट का यूज करते हैं वह भी वेबसाइट बनाकर अपने विषय के बारे में लिख सकते हैं और बता सकते हैं ब्लॉग में ज्यादातर लिखा होता उसमें फोटो वीडियो भी शामिल हो सकती है
TCP/IP (टीसीपी/आईपी)-इसका पूरा नाम transmission control protocol / internet protocol है इस में जुड़े सभी कंप्यूटर एक दूसरे को इंफॉर्मेशन आदान प्रदान करते हैं और यह एक दूसरे के संपर्क मैं रहते हैं
Protocol (प्रोटोकॉल)- यह एक ऐसा नेटवर्क है जिसमें सभी कंप्यूटर एक दूसरे को सूचना आदान-प्रदान करते हैं और यह उन सूचनाओं को कंट्रोल करता है इसमें सभी कंप्यूटर नियमों का पालन करते हैं इसे ही प्रोटोकॉल कहते हैं
Web Server (वेब सर्वर)- यह एक प्रकार का कंप्यूटर होता है यह इंटरनेट से जुड़ा रहता इस पर बहुत सारी वेबसाइट स्टोर रहती है इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर कंपनियां इनको चलाती है
Download (डाउनलोड)- किसी वेबसाइट फोटो वीडियो या कोई भी इंफॉर्मेशन को वहां से लेना और अपने कंप्यूटर पर स्टोर करना इसे डाउनलोड कहा जाता है
Upload (अपलोड)- अपने कंप्यूटर पर स्टोर डाटा किसी वेबसाइट या सर्वर पर स्टोर करना इस प्रोसेस अपलोड कहते यह किसी भी प्रकार की इंफॉर्मेशन हो सकती है जैसे - फोटो हो या वीडियो या कोई डॉक्यूमेंट
Search Engine (सर्च इंजन)- यह इस तरह के वेबपेज होते है जिसमें हम कोई भी कीवर्ड को सर्च करते हैं तो यह उसी आधार पर विभिन्न प्रकार की वेबसाइट को हमारे सामने प्रस्तुतकर्ता सर्च इंजन जैसे - Google, Yahoo, Big, etc.
Bap portal (वेब पोर्टल)- web portal इसमें सभी वेबसाइट से रिलेटेड लिंक दिए जाते हैं इनका उपयोग ई-कॉमर्स तथा यह सही अन्य उपयोगों के लिए किया जाता है
इंटरनेट का उपयोग
1. ऑनलाइन बिल: इंटरनेट की मदद से आसानी से हम घर बैठे अपने सभी बिलों का भुगतान कर सकते हैं।इंटरनेट पर हम क्रेडिट कार्ड या नेट बैंकिंग की मदद से कुछ ही मिनटों में बिजली, टेलीफोन, डीटीएच, या ऑनलाइन शॉपिंग के सभी बिलों का भुगतान कर सकते हैं।
2. सूचना भेज और प्राप्त कर सकते हैं : भले ही आप विश्व के किसी भी कोने में बैठे हो एक जगह से दूसरी जगह कई प्रकार की जानकारियाँ या सूचना कुछ ही सेकंड में भेज और प्राप्त कर सकते हैं। आज इंटरनेट पर वॉइस कॉल, वॉइस मैसेज, ईमेल, वीडियो कॉल, कर सकते हैं और साथी कई प्रकार के अन्य फाइल भी भेज सकते हैं।
3. ऑनलाइन ऑफिस : कुछ ऐसी बड़ी कंपनी है जो अपने कर्मचारियों के लिए घर बैठे इंटरनेट के माध्यम से काम करने की सुविधा देते हैं। कई ऐसी ऑनलाइन मार्केटिंग और कम्युनिकेशन से जुड़ी कंपनियां है जिसके कर्मचारी अपने घर पर ही लैपटॉप और मोबाइल फोन पर इंटरनेट के माध्यम से मार्केटिंग का काम करते हैं।
4. ऑनलाइन शॉपिंग: अब लोगों को बार-बार दुकान जाने की आवश्यकता भी नहीं है क्योंकि अब आप घर बैठे इंटरनेट की मदद से ऑनलाइन शॉपिंग कर सकते हैं और बिना कोई मोल-भाव किए सस्ते दामों मैं सामान खरीद सकते हैं। ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट की मदद से आज सिर्फ आप सामान खरीद सकते हैं बल्कि आप चाहें तो अपने परिवार और रिश्तेदारों को गिफ्ट भी भेज सकते हैं।
5. व्यापार को बढ़ावा : जैसे की हम जानते हैं अब इंटरनेट घर घर में अपनी जगह बना चुका है। इसीलिए इंटरनेट के माध्यम से अगर आप चाहें तो अपने व्यापार को बहुत आगे ले जा सकते हैं। विश्व की सभी बड़ी कंपनियां अपने व्यापार को और आगे ले जाने के लिए इंटरनेट की मदद ले रहे हैं। विश्व के सभी कंपनियां ऑनलाइन एडवरटाइजिंग, एफिलिएट मार्केटिंग और वेबसाइट की मदद से अपने व्यापार को इंटरनेट के माध्यम से पूरे विश्व भर में फ़ैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
6. ऑनलाइन नौकरी की जानकारी व आवेदन : अब नौकरियों के लिए आवेदन और जानकारी प्राप्त करना भी बहुत आसान हो गया है।अब आप आसानी से घर बैठे जॉब पोर्टल वेबसाइट की मदद से किसी भी नौकरी के विषय में जान सकते हैं और उनके वेबसाइट पर जाकर नौकरी के लिए आवेदन भी कर सकते हैं।
7. फ्रीलांसिंग (Freelancing): धीरे-धीरे इंटरनेट पर फ्रीलांसर बढ़ते जा रहे हैं जो फ्रीलांसिंग के माध्यम से बहुत अच्छा पैसा कमा रहे हैं। फ्रीलांसर का अर्थ होता है इंटरनेट पर अपने कौशल का इस्तेमाल करके कुछ पैसा कमाना। आज इंटरनेट पर लोग वेबसाइट बनाकर, ऑनलाइन सर्वे, एफिलिएट मार्केटिंग, ब्लॉगिंग, YouTube पर वीडियो अपलोड करके और कई अन्य तरीकों से घर बैठे पैसा कमा रहे हैं।
8. मनोरंजन Entertainment: इस आधुनिक युग में अब इंटरनेट घर घर में मनोरंजन का साधन बन चुका है। खाली समय में हम इंटरनेट की मदद से गाना सुन सकते हैं, फिल्में और टेलीविज़न देख सकते हैं। साथ ही हम ऑनलाइन अपने दोस्तों से सोशल मीडिया या सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट पर चैट भी कर सकते हैं।
9. संप्रेषण के लिए : इंटरनेट के जरिए हम अपने दोस्तों रिश्तेदारों से आपस मे कनेक्ट रहते हैं जब मन होता तुरंत मैसेज, ईमेल, या व्हाट्सएप चेटिंग करके बात कर सकते हैं।
10. Information सर्च करने में : इंटरनेट के माध्यम से हम किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं यदि आप गवर्मेन्ट जॉब की तैयारी कर रहे हैं तो गूगल पर बहुत सी वेबसाइट हैं जो गवर्मेन्ट जॉब की पोस्ट बनाती हैं आप ऑनलाइन उन पोस्ट को पढ़कर परीक्षा पास कर सकते हैं।
11. शिक्षा के क्षेत्र में : पहले के समय में इंटरनेट की सेवा नहीं थी तो स्टूडेंट्स सिर्फ किताबों से पढ़ाई किया करते थे लेकिन जब से Internet चालू हुआ है तो इसका इस्तेमाल हर एक स्टूडेंट कर रहा हैं किसी भी छात्रों को किसी भी टॉपिक के बारे में बता करना होता हैं तो तुरंत Google पर सर्च करके बता कर सकता हैं।
12. चिकित्सा के क्षेत्र में : मेडिकल के क्षेत्र में भी Internet का इस्तेमाल किया जाता हैं इंटरनेट के माध्यम से लोगों को बहुत फायदा हुआ हैं इंटरनेट की वजह से हॉस्पिटल के हर मरीज का रिकॉर्ड अब ऑनलाइन रखा जाता हैं।
हाई स्पीड इंटरनेट का इस्तेमाल करके अमेरिका में रहने वाला डॉक्टर भारत में रहने वाले मरीज का ऑपरेशन कर सकता हैं उसका पूरा श्रेय इंटरनेट कनेक्शन को ही जाता हैं।
13. नेट बैंकिंग के क्षेत्र में : पहले पैसे जमा करने और निकालने के लिए बैंक की लंबी लाइन में खड़ा होना पड़ता था जिससे बहुत प्रॉब्लम होती थी समय भी बर्बाद होता था लेकिन जब से इंटरनेट की शुरुआत हुई है तो सभी लोग इंटरनेट बैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं और बहुत काम घर बैठे ही करते हैं।
इंटरनेट के लाभ
आज के समय मे इंटरनेट की मदद से लोगों को बहुत फायदे हो रहे हैं इंटरनेट ने लोगों को बहुत सी सुख-सुविधाए प्रदान की हैं इंटरनेट में नॉलेज का भंडार छुपा हुआ हैं इंटरनेट की मदद से घर बैठे बहुत से काम हो जाते हैं नीचे कुछ इंटरनेट के फायदों के बारे में बताया गया हैं तो ध्यान से पढ़िएगा।
a). इंटरनेट की मदद से हम व्हाट्सएप, फेसबुक, इस्टाग्राम, पर अपने फ्रेंड्स से घण्टो बात कर सकते हैं उन्हें वीडियो कॉलिंग कर सकते हैं, वॉइस मैसेज भेज सकते हैं, ऑनलाइन रह कर अपने दोस्तों से हमेशा कनेक्ट रहते हैं।
b). Internet के जरिए हम ऑनलाइन गवर्मेन्ट जॉब की पढ़ाई भी कर सकते हैं बहुत से लोग स्टडी की वेबसाइट बनाते हैं उन वेबसाइट की पोस्ट को पढ़कर हम गवर्मेन्ट जॉब की तैयारी भी कर सकते हैं।
c). इंटरनेट के जरिए हम घर बैठे ऑनलाइन शॉपिंग भी कर सकते हैं बहुत सी कंपनी हैं जो ऑनलाइन शॉपिंग करती हैं जैसे:- Amazon, Flipkart, Snapdeal, ETC
d). आप नेट के जरिए मोबाइल, कंप्यूटर या लैपटॉप में ऑनलाइन Movies, Video, MP3 Songs आदि देख सकते हैं जो आपके इंटरटेनमेंट का साधन हैं।
e). Internet की मदद से हम घर बैठे ऑनलाइन गैस बिल, बिजली बिल, क्रेडिट कार्ड बिल, DTH बिल, मोबाइल बिल टिकिट बुक आदि कर सकते है।
इंटरनेट से हानि
दोस्तों कोई भी चीज हो उसके फायदे और नुकसान दोनों होते हैं वैसे ही इंटरनेट हैं जिसके जिसके फायदे तो ज्यादा है लेकिन नुकसान कम है उन्हीं नुकसानों के बारे में आपको बताऊंगी तो ध्यान से जरूर पढ़िएगा।
a). कुछ व्यक्ति इंटरनेट को दिन रात चलाते रहते हैं जिसकी वजह से उनको मोबाइल की लत लग जाती हैं फिर उन्हें किसी से मतलब नहीं रहता वैसे लोग अपने आप में खोए रहते हैं।
b). कभी कुछ लोग किसी की गलत इन्फॉर्मेशन फैला देते हैं जो इंटरनेट के जरिए बहुत जल्दी फैल जाती हैं यह भी बहुत नुकसान दायक हैं।
c). सोशल मीडिया में सभी लोग अपनी फोटो और बहुत से जानकारी दाल देते हैं जिससे कई लोग इसका गलत फायदा उठाते हैं वो हमारे लिए बहुत ही हानिकारक हो सकता हैं।
d). सोशल मीडिया साइट्स और ग्रुप में एकाउंट को एक्सेस करके बुरे मैसेज को छोड़ दिया जाता हैं यह मैसेज ऐसे होते हैं जो समाज पर बुरा असर डालते हैं।
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