स्वतन्त्र प्रान्तीय राज्य
जौनपुर
- जौनपुर की स्थापना फिरोजशाह तुगलक ने अपने भाई जौना खाँ की स्मृति में की थी।
- जौनपुर में स्वतन्त्र शर्की राजवंश की स्थापना मलिक सरवर ख्वाजा जहान ने की थी।
- अटालादेवी की मस्जिद का निर्माण 1408 ईस्वी में शर्की सुल्तान इब्राहिम शाह द्वारा किया गया था।
- अटाला देवी मस्जिद का निर्माण कन्नौज के राजा विजय चंद्र द्वारा निर्मित अटाला देवी के मंदिर को तोड़कर किया गया था।
- जामी मस्जिद का निर्माण 1470 ई० में हुसैन शाह शर्की के द्वारा किया गया था।
- झंझरी मस्जिद 1430 ईस्वी में इब्राहिम शर्की के द्वारा एवं लाल दरवाजा मस्जिद का निर्माण मोहम्मद शाह के द्वारा 1450 ईस्वी में किया गया था।
- शर्की शासन के अंतर्गत विशेषकर इब्राहिम शाह के समय में जौनपुर में साहित्य एवं स्थापत्य कला के क्षेत्र में हुए विकास के कारण जौनपुर को भारत के सिराज के नाम से जाना गया।
- लगभग 75 वर्ष स्वतंत्र रहने के बाद जौनपुर पर बहलोल लोदी ने कब्जा कर लिया ।
कश्मीर
- सुहादेव नामक एक हिंदू ने 1301 ईस्वी में कश्मीर में हिंदू राज्य की स्थापना की थी।
- 1339 से 1340 ईसवी में कश्मीर में शाहमीर के द्वारा प्रथम मुस्लिम वंश की स्थापना की गई।
- कश्मीर का प्रथम मुस्लिम शासक शाहमीर था, जो शमसुद्दीन शाहमीर के नाम से गद्दी पर बैठ गया।
- शमसुद्दीन शाहमीर ने अपनी राजधानी इंद्रकोर्ट में स्थापित किया।
- अलाउद्दीन ने राजधानी इंद्र कोर्ट से हटाकर अलाउद्दीनपुर (श्रीनगर) में स्थापित की।
- हिंदू मंदिरों एवं मूर्तियों को तोड़ने के कारण सुल्तान सिकंदर को बुतशिकन कहा गया।
- 1420 ईस्वी में जैनुलाब्दीन सिंहासन पर बैठा। इसकी धार्मिक सहिष्णुता के कारण इसे 'कश्मीर का अकबर' कहा गया।
- जैनुलाब्दीन फारसी, संस्कृत, कश्मीर, तिब्बती, आदि भाषाओं का ज्ञाता था। इसने महाभारत एवं राजतरंगिणी का फारसी में अनुवाद कराया।
- 1588 ईस्वी में अकबर ने कश्मीर को मुगल साम्राज्य में मिला लिया।
बंगाल
- इख्तियार उद्दीन मोहम्मद बिन बख्तियार खिलजी ने बंगाल को दिल्ली सल्तनत में मिलाया।
- गयासुद्दीन तुगलक ने बंगाल को तीन भागों में विभाजित किया- लखनौती (उत्तर बंगाल), सोनार गांव (पूर्वी बंगाल), तथा सतगांव (दक्षिण बंगाल)।
- 1345 ईस्वी में हाजी इलियास बंगाल के विभाजन को समाप्त कर शमसुद्दीन इलियास शाह के नाम से बंगाल का शासक बना।
- पांडुआ में अदीना मस्जिद का निर्माण 1364 ईस्वी में सुल्तान सिकंदर शाह ने करवाया था।
- बंगाल का शासक गयासुद्दीन आजम शाह (1389 से 1489 ई०) अपनी न्यायप्रियता के लिए प्रसिद्ध था।
- महाप्रभु चैतन्य अल्लाउद्दीन के समकालीन थे। अलाउद्दीन ने सत्यपीर नामक आंदोलन की शुरुआत की।
- नसीरुद्दीन नुसरत शाह ने गौड़ में बड़ासोना एवं कदम रसूल मस्जिद का निर्माण करवाया।
मालवा
- दिलावर खां ने 1401 ईस्वी में मालवा को स्वतंत्र घोषित किया।
- मालवा में खिलजी वंश की स्थापना महमूद शाह ने की।
- गुजरात के शासक बहादुर शाह ने मोहम्मद शाह द्वितीय को युद्ध में परास्त कर उसकी हत्या कर दी और मालवा को गुजरात में मिला लिया।
- मांडू के किले का निर्माण हूशंगशाह ने करवाया था। इस किले में सर्वाधिक महत्वपूर्ण है - दिल्ली दरवाजा।
- बाजबहादुर एवं रूपमती का महल निर्माण सुल्तान नसीरुद्दीन शाह द्वारा कराया गया था।
- हिंडोला भवन याद दरबार हॉल का निर्माण हूशंगशाह के द्वारा करवाया गया था।
- जहाजमहल का निर्माण ग़यासुद्दीन ख़िलजी ने मांडू में करवाया था।
- कुश्कमहल को महमूद खिलजी ने फतेहाबाद नामक स्थान पर बनवाया था।
गुजरात
- गुजरात के शासक राजाकर्ण को पराजित कर अलाउद्दीन ने 1297ई० में इसे दिल्ली सल्तनत में मिला लिया था।
- 1391 ईस्वी में मोहम्मद शाह तुगलक द्वारा नियुक्त गुजरात का सूबेदार जफर खान ने 1400 ईस्वी में दिल्ली सल्तनत की अधीनता को त्याग दिया।
- अहमद शाह ने असावल के निकट साबरमती नदी के किनारे अहमदाबाद नामक नगर बसाया और पाटन से राजधानी हटाकर अहमदाबाद को राजधानी बनाया।
- गुजरात का सबसे प्रसिद्ध शासक महमूद बेगड़ा था।
- 1572 ईस्वी में अकबर ने गुजरात को मुगल साम्राज्य में मिला लिया।
मेवाड़
- अल्लाउद्दीन खिलजी ने 1303 ईस्वी में मेवाड़ के गुहिलौत राजवंश के शासक रत्न सिंह को पराजित करके दिल्ली की सल्तनत में मिला लिया।
- राणा कुंभा ने 1448 ई० में चित्तौड़ में एक विजय स्तंभ की स्थापना की है।
- खानवा का युद्ध 1527 ईस्वी में राणा सांगा एवं बाबर के बीच हुआ जिसमें बाबर विजय हुआ।
- मेवाड़ की राजधानी चित्तौड़ थी। जहांगीर ने मेवाड़ को मुगल साम्राज्य में मिला दिया।
- 1576 ईस्वी में हल्दीघाटी का युद्ध राणा प्रताप एवं अकबर के बीच हुआ जिसमें अकबर विजय हुआ।
खानदेश
- तुगलक वंश के पतन के समय फिरोजशाह तुगलक के सूबेदार मलिक अहमद रजा फारूकी ने नर्मदा एवं ताप्ती नदियों के बीच 1382 ईस्वी में खानदेश की स्थापना की।
- खानदेश की राजधानी बुरहानपुर था। इसका सैनिक मुख्यालय असीरगढ़ था।
- 1601 ईस्वी में अकबर ने खानदेश को मुगल साम्राज्य में मिला लिया।
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