पृथ्वी (Earth)
- पृथ्वी आकार में पाँचवाँ सबसे बड़ा ग्रह है। यह सौरमण्डल का एकमात्र ग्रह है जिस पर जीवन है। इसका एकमात्र उपग्रह चन्द्रमा है।
- पाइथागोरस ने 572-500 ई.पू. सर्वप्रथम पृथ्वी को गोलाकार बताया।
- आइजक न्यूटन ने 17वी शताब्दी में पृथ्वी को ध्रुवों पर चपटी नारंगी के आकार (लगभग) का बताया।
- आकार और बनावट में पृथ्वी शुक्र की तरह है।
- सूर्य की ऊर्जा का कुछ भाग पृथ्वी और समुद्र की सतह से टकराकर वायुमंडल में बदल जाता है।
पृथ्वी के अक्ष का झुकाव और उसका कक्ष तल
- पृथ्वी का अक्ष उसके कक्षा तल पर बने लम्ब से 23½° का कोण बनाता है। दूसरे शब्दो में पृथ्वी का अक्ष पृथ्वी की कक्षा तल से 66½° का कोण बनाता है।
- पृथ्वी को सूर्य की एक परिक्रमा पूरी करने में लगभग 365 दिन और 6 घंटे लगते हैं। पृथ्वी की इस वार्षिक गति को ‘परिक्रमण’ कहते हैं। पृथ्वी को सूर्य की एक परिक्रमा करने में लगे समय को सौर वर्ष कहा जाता है। प्रत्येक सौर वर्ष, कैलेण्डर वर्ष से लगभग 6 घण्टा बढ़ जाता है, जिसे हर चौथे वर्ष में लीप वर्ष बनाकर समायोजित किया जाता है। लीप वर्ष 366 दिन का होता है, जिसके कारण फरवरी माह में 28 के स्थान पर 29 दिन होते है।
- पृथ्वी की पहली परत का निर्माण सिलिकॉन और एल्युमिनियम धातु से हुआ है।
- पृथ्वी पर ऋतु परिवर्तन, इसकी अक्ष पर झुके होने के कारण होता है।
- पृथ्वी का 71% भाग जलीय है।
- पृथ्वी का 29% भाग स्थलीय है।
- पृथ्वी का आयतन 10.83 x 1011 किमी है।
- पानी के घनत्व के सापेक्ष पृथ्वी का औसत घनत्व कितना है – 5.52 ग्राम/घन सेन्टीमीटर
- पृथ्वी की अनुमानित आयु कितनी है– 4.6 बिलियन वर्ष
- पृथ्वी का धरातलीय क्षेत्रफल कितना है– 51.1 करोड़ वर्ग किमी
- सूर्य के बाद पृथ्वी के सबसे निकट का तारा प्रॉक्सिमा सेन्चुरी है, जो अल्फा सेन्चुरी समूह का एक तारा है। यह पृथ्वी से 4.22 प्रकाशवर्ष दूर है।
- दूसरे ग्रहों की तरह पृथ्वी की भी दो गतियाँ हैं । यह अपने अक्ष पर लगातार घूमती रहती है तथा करीब 23 घण्टे 56 मिनट और 4 सेकेण्ड में एक चक्कर पूरा करती है। पृथ्वी की इस गति को ‘घूर्णन’ या ‘दैनिक गति’ कहते हैं । इस गति से पृथ्वी पर दिन एवं रात होते है।
- पृथ्वी पर ऋतु परिवर्तन, इसकी अक्ष पर झुके होने के कारण व सूर्य के सापेक्ष इसकी स्थिति में परिवर्तन यानी वार्षिक गति के कारण होती है। वार्षिक गति के कारण ही पृथ्वी पर दिन-रात छोटा-बड़ा होता है।
- सूर्य से पृथ्वी तक प्रकाश को आने में 8 मिनट, 18 सेकेंड का समय लगता है।
- पृथ्वी का सूर्य के न्यूनतम दूरी पर होना उपसौर(3 जनवरी को) कहलाता है।
- पृथ्वी का सूर्य से अधिकतम दूरी पर होना अपसौर(4 जुलाई को) कहलाता है।
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