चन्द्रमा(Moon)
- चन्द्रमा की सतह और उसकी आन्तरिक सतह का अध्ययन करने वाला विज्ञान सेलेनोलॉजी कहलाता है।
- चन्द्रमा पृथ्वी का एकमात्र उपग्रह है।
- चन्द्रमा की पृथ्वी से दूरी 3,84,365 कि.मी. है।
- यह सौरमण्डल का पाँचवा सबसे विशाल प्राकृतिक उपग्रह है।
- चन्द्रमा पर आसमान हमेशा काला दिखाई देता है।
- चन्द्रमा पर वातावरण (atmosphere) नहीं है इसलिये चन्द्रमा पर कोई आवाज सुनाई नहीं देती
- इस पर धूल के मैदान को शान्तिसागर कहते हैं। यह चन्द्रमा का पिछला भाग है, जो अंधकारमय होता है।
- चन्द्रमा का उच्चतम पर्वत लीबनिट्ज पर्वत है, जो चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर स्थित है।
- चन्द्रमा को जीवाश्म ग्रह भी कहा जाता है।
- पृथ्वी पर होने वाले ज्वार भाटा, चंद्रमा के गुरुत्वाकर्षण की वजह से ही होते हैं।
- चन्द्रमा के कम गुरूत्वाकर्षण के कारण वायुमण्डल नहीं है ।
- चन्द्रमा पर गुरूत्वाकर्षण बल (Gravitational Force) का मान पृथ्वी के गुरूत्वाकर्षण के 1/6 के बराबर है ।
- इसके प्रकाश को पृथ्वी में आने में 1.3 सेकंड लगता है।
- चन्द्रमा, पृथ्वी की एक परिक्रमा लगभग 27 दिन और 8 घंटे में पूरी करता है और इतने ही समय में अपने अक्ष पर एक घूर्णन करता है। यही कारण है कि चन्द्रमा का सदैव एक ही भाग दिखाई पड़ता है।
- पृथ्वी से चन्द्रमा का 57% भाग देखा जा सकता है।
- चन्द्रमा द्वारा पृथ्वी के चारो ओर घुमने में लगा समय (परिभ्रमण काल) 27 घंटा 7 मिनट 43 सेकंड है। चन्द्रमा का अक्ष तल पृथ्वी के अक्ष के साथ 58.48º का अक्ष कोण बनाता है। चन्द्रमा पृथ्वी के अक्ष के लगभग समानान्तर है। चन्द्रमा का धरातल असमतल और इसका व्यास 3,476 कि.मी है तथा द्रव्यमान, पृथ्वी के द्रव्यमान का लगभग 1/8 है। पृथ्वी के समान इसका परिक्रमण पथ भी दीर्घ वृत्ताकार है।
- सूर्य के संदर्भ में चन्द्रमा की अवधि 29.53 दिन (29 दिन, 12 घंटे, 44 मिनट और 2.8 सेकेण्ड) होती है। इस समय को एक चन्द्रमास या साइनोडिक मास कहते हैं।
- नक्षत्र समय के दृष्टिकोण से चन्द्रमा लगभग 27½ दिन (27 दिन, 7 घंटे, 43 मिनट और 11.6 सेकेण्ड) में पुनः उसी स्थिति में होता है। 27½ दिन की यह अवधि एक नक्षत्र मास कहलाती है।
- ज्वार उठने के लिए अपेक्षित सौर एवं चन्द्रमा की शक्तियों का अनुपात 11:5हैं।
- ओपोलो के अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा लाए गए चट्टानों के कणों से पता चला है कि चन्द्रमा भी उतना ही पुराना है, जितनी की पृथ्वी (लगभग 460 करोड़ वर्ष)। इसकी चट्टानों में टाइटेनियम अत्यधिक मात्रा में पायी गयी है।
- सुपर मूनः जब चन्द्रमा पृथ्वी के सबसे निकट होता है तो इस स्थिति को सुपर मून कहते है।
- ब्लू मूनः एक कैलेण्डर माह में दो पूर्णिमाएँ हो, तो दूसरी पूर्णिमा का चाँद ब्लू मून कहलाता है।
- चन्द्रमा की परिक्रमा करने वाला पहला अंतरिक्ष यान: लूना-10 (सोवियत संघ-1966)
- चन्द्रमा पर कदम रखने वाला पहला इंसान: नील आर्मस्ट्रॉन्ग(संयुक्त राज्य अमेरिका)
- चन्द्रमा पर मानव को पहुँचाने वाला यान: अपोलो-11 (संयुक्त राज्य अमेरिका-1969)
- चन्द्रयान-1 भारत के ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण वाहन पीएसएलवी-सी II से 22 अक्टूबर 2008 को श्री हरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र से छोड़ा गया था।
- चन्द्रयान-1 चन्द्रमा पर पानी होने की पक्की पुष्टि की। यह खोज सबसे अलग थी। चन्द्रयान-1 ने चन्द्रमा के उत्तरी ध्रुव क्षेत्र में बर्फ के रूप में पानी जमा होने की भी खोज की। इसने चन्द्रमा की सतह पर मैग्निशियम, एल्युमिनियम और सिलिकॉन होने का भी पता लगाया। चन्द्रमा का वैश्विक मानचित्र तैयार करना इस मिशन की एक और बड़ी उपलब्धि थी।
- चंद्रयान-2 श्रीहरिकोटा से 15 जुलाई 2019 को जीएसएलवी-एमके III एम-1 से छोड़े जाने का कार्यक्रम है।
- चंद्रयान-2 का उद्देश्य चंद्रमा पर उतकर उसकी सतह के अध्ययन के लिए रोवर फिट करना है ताकि चंद्रयान-1 के वैज्ञानिक कार्यों का दायरा और बढ़ाया जा सके।
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