शुंग वंश 

पुष्यमित्र शुंग, जिसने मगध पर शुंग वंश की नीव डाली ब्राह्मण जाति का था। 

1. पुष्यमित्र शुंग (185-149 ईoपूo)-

पुष्यमित्र, शुंग वंश के संस्थापक और शुंग साम्राज्य के प्रथम राजा थे। शुंग वंश के संस्थापक बनने से पहले यह मौर्य साम्राज्य में सेनापति के पद पर कार्यरत थे। 185 ईसा पूर्व में मौर्य साम्राज्य के अंतिम राजा ब्रह्मद्रथ की हत्या कर इन्होंने स्वयं को राजा घोषित कर दिया। इसके बाद अश्वमेध यज्ञ शुरू हुआ, संपूर्ण उत्तर भारत पर इनका अधिकार हो गया। इनके राज्य से संबंधित शिलालेख पंजाब और जालंधर में मिले हैं। इन्होंने सनातन संस्कृति को पुनः जीवित किया था। बौद्ध धर्म को खत्म करके इन्होंने भारत में पुनः वैदिक धर्म की स्थापना की थी।

2. अग्निमित्र शुंग (149-141 ईoपूo)-

अग्निमित्र शुंग वंश का दूसरे सम्राट थे पिता पुष्यमित्र शुंग के कार्यकाल में यह विदिशा के “गोप्ता” थे।अग्निमित्र शुंग के बारे में महाकवि कालिदास द्वारा रचित संस्कृत नाटक “मालविकाग्निमित्र” , उत्तर कौशल एवं उत्तरी पंचाल से प्राप्त मुद्राएं और पौराणिक आधार पर इनके इतिहास की व्याख्या की जाती है कई विद्वानों एवं इतिहासकारों का मानना है कि महाकवि कालिदास अग्निमित्र शुंग के समकालीन थे, लेकिन इस बात पर मतभेद है।
अग्निमित्र शुंग ने तीन विवाह किए थे पहली पत्नी का नाम धारिणी, दूसरी पत्नी का नाम इरावती तथा तीसरी पत्नी का नाम मालविका था। इनके पुत्र का नाम वसुमित्र था।

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार अग्निमित्र शुंग ने 8 वर्षों तक राज किया था। साहित्य एवं कला से इन्हें विशेष प्रेम था। उत्तर कौशल में भारी तादाद में प्राप्त मुद्राओं ने यह सिद्ध कर दिया कि यह मुद्राएं अग्निमित्र शुंग की हैं।

3. वसुज्येष्ठ शुंग (141-131 ईoपूo)-

शुंग वंश के तीसरे राजा वसुज्येष्ठ शुंग थे। इन्होंने राजा के रूप में 10 वर्षों तक राज्य किया था। इनके इतिहास से संबंधित अधिक ऐतिहासिक तथ्य मौजूद नहीं है, अतः स्पष्ट रूप से इनके कार्यकाल और इनके इतिहास के बारे में बता पाना मुश्किल है।

4. वसुमित्र शुंग (131-124 ईoपूo)-

वसुमित्र शुंग राजवंश के चौथे सम्राट थेे, इनके पिता का नाम अग्निमित्र शुंग  था। इनकी माता का नाम धारणी था।वसुज्येष्ठ शुंग इनका सौतेला भाई था।इन्होंने भी यवनों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी, मूजदेव नामक व्यक्ति ने इनकी हत्या की थी।

5. अंधक (124-122 ईoपूo) तक।

6. पुलिन्दक (122-199 ईoपूo) तक।

7. घोष शुंग।

8. वज्रमित्र।

9. भगभद्र।

10. देवभूति (83-73 ईoपूo)-शुंग वंश के अंतिम शासक देवभूति था। इसकी हत्या 73 ई0पू0 में वासुदेव ने कर दी और मगध की गद्दी पर कण्व वंश की स्थापना की।  

शुंग वंश के महत्वपूर्ण तथ्यः
  • शुंग वंश की राजधानी विदिशा थी।
  • अंतिम मौर्य सम्राट बृहद्रथ की हत्या कर उनके सेनापति पुष्यमित्र शुग ने, शुंग वंश की स्थापना की थी।
  • शुंग वंश के कुल 10 शासक या राजा हुए थे, जिन्होंने लगभग 112 वर्षों तक राज्य किया।
  • शुंग वंश का अंतिम शासक देवभूति था।
  • पुष्यमित्र शुंग के दरबारी कवि हर्षवर्धन थे।
  • हर्षचरित्र की रचना पुष्यमित्र शुंग के दरबारी कवि हर्षवर्धन ने की थी।

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